सरायकेलाः झारखंड, बिहार, बंगाल व ओडि़सा का कुख्यात नक्सली सुप्रीम कमांडर 72 वर्षीय एक करोड़ का इनामी प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा, पत्नी शीला मरांडी, वीरेंद्र हांसदा, राजू टुडू, कृष्णा बाहन्दा व गुरुचरण बोदरा सात दिनों की पुलिस रिमांड पर रांची लाए गए हैं।
पुलिस के आलाधिकारी नक्सली दंपती समेत छह को कड़ी सुरक्षा के बीच रांची लाए हैं, जहां गुप्त स्थान पर रखकर सभी से पूछताछ हो रही है।
बता दें कि 12 नवंबर को सरायकेला जिले के कांड्रा थानांतर्गत गिद्दीबेड़ा टोल प्लाजा से सभी अरेस्ट किए गए थे।
जब प्रशांत बोस एक सफेद स्कार्पियो से कांड्रा में प्रवेश कर रहा था। दो दिन तक पुलिस सभी को गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ करती रही। इसके बाद सोमवार को सरायकेला अनुमंडल दंडाधिकारी ने सात दिनों की पुलिस रिमांड दे दी है।
नक्सली दंपती से कई राज उगलवाएगी पुलिस
इससे पहले को प्रशांत बोस, उनकी पत्नी शीला सहित छह लोगों को कड़ी सुरक्षा के बीच सदर अस्पताल में मेडिकल जांच करवाने के बाद मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में पेश किया गया।
इसके बाद सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। लेकिन जेल में एक रात काटने के बाद ही सोमवार सुबह पुलिस ने सभी को रिमांड में ले लिया।
बताया जा रहा है कि रविवार को ही रिमांड के लिए आवेदन दिया गया था, लेकिन रविवार शाम को रिमांड नहीं मिली। इधर सोमवार सुबह पुलिस की अर्जी पर अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत ने सात दिनों की रिमांड दी है। संभावना जताई जा रही है कि पुलिस नक्सली दंपतियों से कई राज उगलवाने में सफल होगी।
जेल में गुजरी सबसे बड़े नक्सली की रात
गिरफ्तार नक्सली प्रशांत दा व पत्नी शीला मरांडी को रविवार शाम सरायकेला जेल भेज दिया गया था। प्रशांत बोस की पहली रात जेल में बीती। वहां जेल प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की थी।
अत्यधिक उम्र होने व शारीरिक अस्वस्थता को देखते हुए दोनों पति.पत्नी को अलग.अलग मेडिकल वार्ड में 24 घंटे चिकित्सक की निगरानी में रखा गया था। पूरा जेल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। बताया जा रहा है कि पुलिस बल के अलावा पारा मिलिट्री फोर्स की भी एक कंपनी जेल की सुरक्षा में लगी थी।