रांची: अफ्रीका स्थित माली में फंसे झारखंड के सात मजदूर पांच फरवरी को रांची पहुंच जायेंगे।
रांची निवासी और माली में भारत के राजदूत अंजनी कुमार तथा झारखंड सरकार की पहल पर मजदूर दिलीप कुमार, छेदीलाल महतो, संतोष कुमार, लालमणि महतो, इंद्रदेव ठाकुर, लोकनाथ महतो व इंद्रदेव प्रसाद को वहां से मुक्त कराया गया है।
तीन फरवरी को फ्लाइट से सभी रवाना हो गये हैं। शनिवार पांच फरवरी को ये मजदूर रांची पहुंचेंगे।
उल्लेखनीय है कि मजदूरों द्वारा वतन वापसी की गुहार लगाने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर श्रम विभाग ने इस दिशा में कोशिश की थी।
अफ्रीकी देश माली में फंसे झारखंड के सात मजदूर चार फरवरी को दिल्ली पहुंचेंगे। पांच फरवरी को दिल्ली से एयर इंडिया की फ्लाइट से दोपहर 12.45 बजे रांची पहुंचेंगे।
झारखंड से लगभग 33 मजदूर नियोक्ता और कांट्रैक्टर के माध्यम से माली स्थित शिकासो से बमाको के बीच इलेक्ट्रिफिकेशन के कार्य के लिये गये थे लेकिन मजदूरी नहीं मिलने से परेशान थे। उन्होंने वीडियो जारी कर वतन वापसी व मजदूरी दिलाने की गुहार लगायी थी।
मुख्यमंत्री की पहल पर हो रही वतन वापसी
झारखंड के 33 मजदूरों को तीन माह से पैसे नहीं मिल रहे थे। पैसे नहीं मिलने के कारण इन मजदूरों की परेशानी बढ़ गयी थी।
मजदूरों ने 16 जनवरी को एक वीडियो शेयर कर झारखंड सरकार से मदद की अपील की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर श्रम विभाग ने माली के राजदूत से संपर्क कर मजदूरों की सहायता की।
इसके बाद इनके वतन वापसी की राह आसान हुई। श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भी इस दिशा में हस्तक्षेप कर इनके वतन वापसी को लेकर प्रयास किया था।