रांची: रांची के धुर्वा इलाके में एक शादी समारोह में अजीबोगरीब घटना सामने आई। मौसीबाड़ी में शादी के दौरान सात फेरे भी हो गए।
जब सिंदूर दान की बारी आई तो दुल्हन मंडल से अचानक उठकर चली गई। दुल्हन ने कहा कि उसे दूल्हा पसंद नहीं है, इसलिए वह शादी नहीं करेगी।
दुल्हन ने अचानक दूल्हे का मुंह देखने के बाद शादी से इंकार कर दिया। ठीक सिंदूरदान से पहले भरे मंडप में दुल्हन के शादी से इंकार करने पर अफरातफरी मच गई।
दुल्हन के शादी से मना करने के बाद दूल्हा समेत बारात पक्ष के लोग समारोह स्थल पर ही धरने पर बैठ गए।
दूल्हे का कहना है कि या तो दुल्हन शादी कर साथ चले या फिर शादी में हुए अबतक के खर्च हुई राशि लौटाने की मांग करने लगे।
करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद दुल्हन पक्ष के लोगों ने लिखित दिया कि वह शादी के खर्च लौटा देंगे। इसके बाद बारात वापस हुई।
दूल्हन के माता-पिता से बताया कि उसे लड़का पसंद नहीं है, इसलिए उसने शादी से मना कर दिया है।
उसकी इकलौती बेटी है, इसलिए वह जबरदस्ती नहीं कर सकते। यह बात उसने पहले नहीं बताई, नहीं तो वे लोग पहले ही लड़के वालों को मना कर देते।
क्या है मामला
मांडर इलाके के रहने वाले विनोद लोहरा की शादी रांची के धुर्वा के मौसीबाड़ी में रहने वाली चंदा लोहरा के साथ तय हुई थी।
29 जून को विनोद बरात लेकर चंदा के घर पहुंचा, वरमाला की रस्म निभाई गई।
सात फेरे भी चंदा और विनोद ने ले लिए। लेकिन जैसे ही सिंदूरदान करने की बारी आई तो दुल्हन चंदा अचानक मंडप से उठ कर चली गई।
दुल्हन ने अपने माता-पिता से कहा कि वह शादी नहीं करना चाहती है क्योंकि उसे लड़का पसंद नहीं है।
लड़की के पिता जगदीश लोहरा का कहना है कि लड़के पक्ष के लोग शादी की तैयारी में खर्च हुए पैसे को मांग रहे हैं।
बाद वधू पक्ष के लोग आयोजन पर आए खर्च को देने को लेकर समझौता करने पर तैयार हुए।
बुधवार सुबह दुल्हन पक्ष के लोग पहुंचे। उन्होंने लिखित रूप से आश्वासन दिया कि वह खर्च की राशि धीरे-धीरे करके लौटा देंगे।
जिसके बाद मामला शांत हुआ बारात वापस हुई।