सिमडेगा मॉब लिंचिंग की जांच CID के हाथ, केस को किया टेकओवर

Central Desk
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रांची: सिमडेगा जिले के कोलेबिरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बेसराजारा बाजार के पास संजू प्रधान की पीटकर हत्या करने के बाद जला दिया गया था।

इस पूरे मामले की जांच सीआईडी करेगी। सीआईडी ने सिमडेगा के कोलेबिरा थाने में दर्ज संजू प्रधान हत्याकांड मामले को टेकओवर कर लिया है।

इससे पूर्व सीआईडी ने आरंभिक जांच रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंपी थी। उसमें कहा गया था कि सिमडेगा के कोलेबिरा स्थित बेसरा जारा में संजू प्रधान ने खूंटकटी की जमीन पर लगे पेड़ को मनाही के बावजूद काटा था।

इसके बाद ही स्थानीय पंचायत ने उन्हें मौत का फरमान सुनाया था। यह बात सीआइडी एडीजी प्रशांत सिंह ने आरंभिक जांच रिपोर्ट में कही है। जांच रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंप दी गयी थी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि हथियार से लैस भीड़ ने घटना के दिन संजू प्रधान को पीटकर मार डाला और उसके बाद शव को आग में फेंक दिया था।

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मामले में पुलिस ने 13 नामजद को गिरफ्तार कर जेल भेजा था । घटना में शामिल अन्य अपराधियों की पहचान के लिए सीआइडी ने पुलिस से वीडियो फुटेज हासिल किया है।

अज्ञात आरोपितों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। सीआइडी एडीजी ने डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच के लिए सिमडेगा भेजी थी।

घटना के पीछे पुलिस की लापरवाही थी या नहीं, इसका खुलासा सीआइडी के अधिकारियों ने नहीं किया है।

उल्लेखनीय है कि यह मामला बीते चार जनवरी का है। सिमडेगा जिले के कोलेबिरा थाना क्षेत्र के बेसराजारा बाजार के पास मैदान में पंचायत लगी थी।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि संजू प्रधान वन क्षेत्र से लकड़ी की तस्करी करता है। जंगल से लकड़ी काटने के आरोप में खूंटकटी के नियम के तहत संजू को मौत की सजा सुनाई गई थी।

इसके बाद पत्थरों से प्रहार कर संजू की हत्या कर दी गई थी और घटनास्थल पर ही उसे आग के हवाले कर दिया गया था।

संजू प्रधान घटनास्थल से महज 100 मीटर दूर बेसराजारा में ही घर बनाकर रह रहा था। वह मूलरूप से बंबलकेरा पंचायत के छपरीडीपा का रहने वाला था।

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