रांची: झारखंड की राजधानी Ranchi को बड़े फलक पर Smart City बनाने का प्लान (Plan) आगे बढ़ रहा है। बेशक जो पुराना प्लान था, उसमें तमाम खामियां थीं।
उसके माध्यम से जो व्यावसायिक और आवासीय विकास (Commercial & Residential Development) के प्रयास किए गए, उन्हें सफलता नहीं मिली।
इसी का परिणाम है कि उसे बदलकर नए मास्टर प्लान (New Master Plan) को सामने रखने की पुरजोर कोशिश जारी है। यह सबके लिए उपयोगी होगा।
इस नए मास्टर प्लान में बहुत कुछ होगा। व्यवसाय भी, शिक्षा भी और आपके अपने सपने का घर भी। जानते हैं कैसे होगा यह संभव।
डिमांड ने मजबूर किया पुराने मास्टर प्लान में संशोधन करने के लिए
Ranchi Smart City को एजुकेशन हब (Education Hub) बनाने की योजना बनी थी.
पिछले मास्टर प्लान में विश्व के Top 500 शिक्षण संस्थानों को 1 रुपये की टोकन मनी (Token Money) पर जमीन देने की घोषणा थी, लेकिन 3 बार के ऑक्शन (Auction) में एक भी बड़ा शिक्षण संस्थान नहीं पहुंचा।
रांची, दिल्ली, मुंबई समेत कई जगहों पर स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन (Smart City Corporation) ने इन्वेस्टर्स मीट (Investors Meet) भी आयोजित किया।
इन्वेस्टर्स को बताया गया कि Smart City में एजुकेशन हब के लिए 58.97 एकड़ के 9 प्लॉट चिह्नित हैं। यानी औसतन 6.5 एकड़ के 9 प्लॉट हैं।
बाहर के निवेशक इससे प्रभावित नहीं हुए, वहीं झारखंड के निवेशकों ने कहा कि वे Plot तो लेना चाहते हैं, लेकिन इतने बड़े नहीं। 2 से 3 एकड़ तक के प्लॉट वे ले सकते हैं।
वहीं पुराने मास्टर प्लान में होटल के लिए 5-5 एकड़ के Plo थे। कीमत 13.24 करोड़ रु. प्रति एकड़ थी।
इतना बड़ा Plo होने के कारण एक भी निवेशक होटल खोलने नहीं आया। 16 कॉमर्शियल प्लॉट (Commercial Plot) भी चिन्हित थे।
यह 6, 7 और 12 एकड़ तक के साइज में थे, जबकि इन्वेस्टर्स डेढ़ से 2 एकड़ का प्लॉट चाहते हैं। नये मास्टर प्लान में इन सब बातों का ध्यान रखा गया है।
ऑक्शन और आवंटन के नियम भी होंगे सरल
यह जानकारी मिल रही है कि नए मास्टर प्लान में संशोधन कर व्यावसायिक, एजुकेशनल और मिक्स यूज के प्लॉट आवंटन के नियम को भी सरल किया जाएगा।
साथ ही इनके भी Plots छोटे किए जाएंगे। दरअसल, स्मार्ट सिटी के एक प्लॉट पर ऑक्शन के लिए के लिए कम से कम तीन बीडर्स का होना जरूरी है।
अगर एक भी बीडर कम हुए तो प्लॉट का आक्शन नहीं होता है। तीन चरण में हुए E-auction में इसी कारण कई प्लॉट की बोली नहीं लग पाई।
उधर, व्यावसायिक और एजुकेशनल प्लॉट (Educational Plot) के साइज बड़े होने के कारण निवेशकों ने यहां इन्वेस्ट करने से मना कर दिया।
नए मास्टर प्लान में इन सभी चीजों का ध्यान रखा गया है। जल्द ही मास्टर प्लान (Master Plan) का प्रारूप फाइनल कर कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
80 एकड़ जमीन रेजिडेंशियल प्लॉट के रूप में की गई है चिन्हित
रेसिडेंशियल यूज (Residential Use) के लिए चिन्हित 20 एकड़ प्लॉट के छोटे-छोटे टुकड़े करने प्रक्रिया चल रही है। रांची स्मार्ट सिटी में 80 एकड़ जमीन Residential Plot के रूप में चिन्हित है।
इसमें से 25 फीसदी यानी 20 एकड़ प्लॉट को 5-5 और 10-10 डिसमिल के प्लॉट में काटा जाएगा। स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लैंड अलॉटमेंट रूल्स के तहत लोगों को प्लॉट आवंटित करेगा।
पदाधिकारियों के मुताबिक, व्यक्तिगत यूज के लिए प्लॉट का आवंटन ऑक्शन से नहीं, बल्कि लॉटरी से होगा।
Smart City में इंडिविजुअल यूज के लिए सस्ती दरों पर ही जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।
बताया जा रहा है कि जमीन की कीमत 8 से 10 लाख रुपये प्रति डिलमिल हो सकती है। हालांकि अभी रेट फाइनल नहीं किया गया है।
अब तक स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन को मिला 421 करोड़ का राजा
Ranchi Smart City के 656 एकड़ ADB एरिया में कुल 12 परियोजनाओं पर काम होना है। इनमें से 4 परियोजनाएं पूरी तरह कंप्लीट हो चुकी हैं।
8 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। वहीं स्मार्ट सिटी ADB एरिया में इंटीग्रेटेड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवपलमेंट (Integrated Infrastructure Development) का काम अंतिम चरण में है।
तीन चरणों के ई-ऑक्शन में 51 में से 11 प्लॉट्स की नीलामी हो चुकी है, जिसमें 6 आवासीय, 3 मिक्स यूज और 2 संस्थागत प्लॉट हैं। अबतक की नीलामी से स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन (Smart City Corporation) को 421 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुए हैं।