रांची: आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और झारखंड सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि पिछड़ा वर्ग राजनीति का शिकार होता रहा है।
हक और अधिकार के लिए बड़े दायरे का सामाजिक आंदोलन खड़ा करना होगा। साथ ही समाज अपना विचार खुद करे।
ओडिशा के मयूरभंज में ओबीसी मंच के द्वारा आयोजित सम्मेलन में रविवार को उन्होंने ये बातें कही। इस सम्मेलन में कई राज्यों के राजनीतिक और सामाजिक प्रतिनिधि मौजूद थे।
आजसू प्रमुख ने कहा कि अलग- अलग राज्यों में पिछड़ा वर्ग की बड़ी आबादी है। उनकी पीड़ा एक जैसी है। इस वर्ग की सामाजिक हैसियत का सही मूल्यांकन नहीं हो रहा।
राजनीति और शासन के स्तर पर सही मूल्यांकन और विचार नहीं हो, तो सामाजिक गोलबंदी की जरूरत और अहमियत बढ़ जाती है। ताकत की जड़ें पकड़नी होगी।
इसके लिए युवाओं को आगे आना होगा। लड़ाई बड़ी हो और असरदार, इसके लिए वे आवाज बनकर साथ देंगे।
उन्होंने कहा कि इस वर्ग को टुकड़ों में बांटकर शासन किया जाता रहा है। जातीय जनगणना के सवाल पर भी सरकार का जवाब ओबीसी के अनुकूल नहीं है।
कई राज्यों में आरक्षण की हकमारी को लेकर ओबीसी बेचैन हैं। जबकि यह उनका संवैधानिक अधिकार है।
उन्होंने कहा कि राजनीति और सरकार जब जनभावना की अनदेखी करें, तो समाज को आगे बढ़ना होगा।
सामाजिक संगठनों और समान विचारधारा वाले राजनीतिक प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाने की कोशिशें तेज हो।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक कारणों से ही समाज बंटता रहा है। इसलिए सामाजिक लड़ाई के बिना अधिकार पाना मुश्किल है।
ओबीसी समाज आगे बढ़कर लड़ने से हिचकिचाता है। इस हिचकिचाहट को दूर करने से ही परिस्थितियां आपके पक्ष में बनेगी।