रांची: एनसीआर के नोएडा से आयी खबर रोंगटे खड़े कर देने वाली है।
इसी तर्ज पर रांची में भी कुछ बड़े निजी अस्पतालों में रोगी की गंभीरता नहीं, बल्कि मुंह और हैसियत देखकर भर्ती करने का शर्मनाक खेल चल रहा है।
इससे लोगों में व्यवस्था से आक्रोश है। यह बातें गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कही।
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि बिना विलम्ब वरीय डाक्टरों की टीम बनाकर इसकी जाँच करायें ताकि आईसीयू, एचडीयू वेंटिलेटर जैसे जीवन रक्षक बेड क़ब्ज़ा कर स्वास्थ्य लाभ कर रहे गैर ज़रूरी लोग उसे ख़ाली करें।
साथ ही ज़रूरतमंद लोग इन सुविधाओं के अभाव में बिना ईलाज न मरें।