रांची: प्रदेश कांग्रेस के दो पूर्व अध्यक्ष सुखदेव भगत और प्रदीप बलमुचू एक बार फिर कांग्रेस में वापस आ गये हैं। सोमवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में दोनों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय और सह प्रभारी उमंग सिंघार ने दोनों को सदस्यता ग्रहण करायी।
इस अवसर पर अविनाश पांडेय ने कहा कि हमें खुशी है हमारे दो बड़े नेता आज घर वापसी किये हैं। इसकी कांग्रेस जन को खुशी है।
सुखदेव भगत ने साढ़े चार वर्षों तक कांग्रेस का झारखंड में नेतृत्व किया। यूथ कांग्रेस से हमारे साथ जुड़े प्रदीप बलमुचू की वापसी से झारखंड में कांग्रेस मजबूत होगी।
पांडेय ने कहा कि गठबंधन की चल रही सरकार में जो हमारा मेनिफेस्टो था, उसे धरातल पर उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं से गलती हुई थी।
ऐसे में अब यह जरूरी है कि इन गलतियों को माफ कर कांग्रेसी कार्यकर्ता संगठन की मजबूती में लग जायें। पांडेय ने कहा कि आज का उद्देश्य विशेष है।
पिछले तीन दिनों से झारखण्ड की राजधानी रांची में कार्यक्रम चल रहा है। मैराथन मीटिंग चल रही है। लगातार कार्यकर्ताओं से संवाद हो रहा है।
इस अवसर पर सुखदेव भगत ने कहा कि उनके डीएनए में कांग्रेस है। पीढ़ी दर पीढ़ी उनका परिवार कांग्रेसी रहा है। उनकी जब भी शव यात्रा निकलेगी, वह कांग्रेस के झंडे से निकलेगी।
प्रदीप बालमुचु ने कहा है कि उनसे गलती हुई थी। पार्टी छोड़ने के बाद भी उन्हें कांग्रेस का महत्व का पता चला। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के ठीक पहले दोनों नेताओं ने कांग्रेस छोड़ दी थी।
दोनों नेताओं की पार्टी में वापसी के मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, डॉ रामेश्वर उरांव, मंत्री बादल पत्रलेख, डॉ अजय कुमार, सुबोधकांत सहाय, फुरकान अंसारी, ददई दुबे आदि मौजूद थे।