रांची: रांची नगर निगम के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा कि शहर में बढ़ती आपराधिक घटनाओं से आम नागरिकों एवं व्यापारियों के बीच भय का महौल बना हुआ है।
कुछ दिन पूर्व मोरहाबादी मैदान के समीप हुई गोलीबारी की घटना के बाद मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए गरीबों की दुकान हटा रहे हैं।
शहर को अपराधमुक्त करने के लिए इन गरीब दुकानदारों का हटा कर इनके व्यवसाय को छीन लेने से क्या शहर अपराधमुक्त हो जायेगा। डिप्टी मेयर सोमवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मोराबादी मैदान से स्ट्रीट वेंडरों को हटाना, साथ ही पूर्व बने भवनों को रेगुलाईज करने की जगह उन भवनों को सील करने का फरमान निकालना।
जिला प्रशासन एवं नगर निगम के द्वारा किसी तुगलगशाही फरमान से कम नही है। उन्होंने कहा कि पूर्व की भाजपा की सरकार के द्वारा गरीबों को उजाड़ने से पहले उन्हें बसाने की तैयारी की गई थी।
मोरहाबादी स्थित गरीब दुकानदारों की फरियाद को एकदम अनसुना करते हुए उन्हें उजाड़ने का काम अनैतिक है।
मुख्यमंत्री से आग्रह है कि इस तुगलगशाही फरमान पर संज्ञान लेते हुए इस आदेश पर तत्काल रोक लगाएं। साथ ही पूर्व बने भवनों को सील करने की बजाय उन भवनों को रेगुलाईज करने के लिए सरल नियमावली लायें, जिसकी मांग मेरे द्वारा बार-बार किया जा रहा है।
शहर की जनता की अंदर व्याप्त भय भी खत्म होगी एवं गरीब दुकानदार को उजाड़ने से पहले बसाने से उन गरीब दुकानदारों का जीविकापार्जन का स्त्रोत बना रहेंगा।
उन्होंने कहा कि सरकार को अब अधिक विलंब नहीं करते हुए झारखण्ड नगरपालिका अधिनिमय के तहत जिन भवन का नक्शा पास नहीं है।
वैसे भवनों के बिल्डिंग रेगुलराईजेशन के तहत लाने के पहल करने चाहिए जिससे आम भवन मालिकों अपने भवनों का रेगुलराईजेशन करा सकें।