रांची: राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा है कि कोरोना संक्रमण काल में वैज्ञानिक आधार पर स्कूलों के खोलने पर निर्णय होना चाहिए।
साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि बच्चों की पढ़ाई बर्बाद ना हो।
उन्होंने कहा कि विकास की पहली सीढ़ी शिक्षा ही होती है और वे इस बात के पक्षधर है कि उचित समय देखकर स्कूलों को खोलने पर निर्णय किया जाए।
उरांव मुख्य अतिथि के रूप में मंगलवार को रांची के लोअर चुटिया स्थित एचएम पब्लिक स्कूल में मेगा रक्तदान सह निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे।
इस मौके पर पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे, उपाध्यक्ष लाल किशोरनाथ शाहदेव आदि उपस्थित थे।
मेगा रक्तदान सह निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन एचएम पब्लिब स्कूल के संस्थापक रहे आनंद कुमार जिनकी कोरोना काल में निधन हो गया था के 50वें जन्मोत्सव के मौके पर आयोजित किया गया।
उरांव ने कहा कि रक्तदान महादान होता है। रक्तदान करने वाले को पता नहीं होता है यह रक्त किसके काम आएगा।
एक प्रश्न के जवाब में उरांव ने कहा कि गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवार को 26 जनवरी से पेट्रोल पर प्रति लीटर 25 रुपये की छूट देने की योजना पर तेजी से काम कर रहा है।
एप्प बनाया जा रहा है और समय रहते सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
एक अन्य प्रश्न के जवाब में उरांव ने कहा कि सरकार राजस्व के संसाधान में बढ़ोत्तरी पर ध्यान दे रही है।
कानून व्यवस्था को लेकर पूछे गये एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि कहीं कोई बड़ी घटना होती है, तो सवाल उठते हैं।
पुलिस-प्रशासन विधि व्यवस्था को बनाये रखने और यदि कोई घटना हो जाती है, तो आरोपियों को तुरंत पकड़ कर अदालत के माध्यम से पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने का काम किया जाना चाहिए।