रांची: राज्य में एक बार फिर कोरोना के एक साथ 55 यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। यहां रांची और हटिया स्टेशनों पर ट्रेनों के यात्रियों की जांच में 65 लोग संक्रमित पाए गए हैं।
इनमें 55 हटिया स्टेशन पर हुई जांच में संक्रमित मिले जबकि 10 रांची स्टेशन पर हुई जांच में पॉजिटिव मिले। ये यात्री पुरी-हटिया तपस्विनी एक्सप्रेस, जम्मूतवी-हटिया-संबलपुर एक्सप्रेस और राउरकेला-हटिया पैसेंजर ट्रेन से पहुंचे थे।
तीनों ट्रेनों से कुल 1508 यात्री पहुंचे, इनमें 704 की एंटीजेन और 754 की आरटीपीसीआर जांच की गयी। हालांकि किसी संक्रमित को रोका नहीं गया। सभी को घर भेज दिया गया। वैसे पूरे राज्य में 68 संक्रमित मिले हैं। तीन की पहचान मोबाइल टेस्टिंग से हुई है।
रांची में एक्टिव मरीजों की संख्या 117
शनिवार को रांची जिले में कुल 27 संक्रमितों की पहचान हुई। इसके साथ ही रांची में एक्टिव केस की संख्या फिर सौ पार करते हुए 117 पर पहुंच गई। शनिवार को आठ लोगों ने कोरोना को मात भी दी।
किसी को होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति नहीं
ट्रेनों के यात्री जिस जिले के होंगे, संबंधित जिला प्रशासन उन्हें ट्रेस कर अस्पताल में भर्ती कराएगा। किसी को होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति नहीं है।
ट्रेन से उतरे 1508 यात्रियों की कोरोना जांच की गई, जिनमें 55 यात्री संक्रमित मिले हैं। इनमें आरटीपीसीआर से 754 यात्रियों की जांच की गयी, जबकि रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से 754 यात्रियों की जांच की गई।
दूसरी ओर रिम्स में एक कोरोना संक्रमित मरीज को भर्ती किया गया है। रिम्स क्रिटिकल केयर के इंचार्ज डॉ प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि कोलकाता से रांची आए एक मरीज में कोविड के लक्षण मिले हैं मरीज में सर्दी, खांसी और बुखार (कोविड के लक्षण) मिले है।
मरीज को रिम्स में भर्ती किया गया है
जांच के बाद वह कोरोना संक्रमित पाया गया। जांच में भी इसकी पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि मरीज को रिम्स में भर्ती किया गया है। डॉ प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन लेने के बाद भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है। वैक्सीन की डबल डोज लेने के बाद भी 25 प्रतिशत उम्मीद है कि व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से दूसरे राज्य से आने वालों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। इसके अलावा हर पैसेंजर का कोविड टेस्ट करने का निर्देश दिया गया है।
इतनी ज्यादा संख्या में कोरोना संक्रमित मिलने से साफ है कि कोरोना तेजी से अपने पांव पसार रहा है।
चौंकाने वाली बात यह है कि सैंपल देने के बाद सभी पैसेंजर्स अपने-अपने घरों के लिए स्टेशन से निकल चुके हैं। जिससे अन्य लोगों को भी इंफेक्शन फैलने का खतरा मंडराने लगा है।