रांची: तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमिटी (TSPC) के सब-जोनल कमांडर सचिन ने कहा है कि बबलू मुंडा पर हमला में टीएसपीसी का हाथ नहीं है।
पकड़े गये आरोपियों में से भी किसी का भी संबंध टीपीसी से नहीं है। यह जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बुधवार को दी गयी है।
टीएसपीसी ने कहा है कि प्रेम सागर मुंडा की हत्या और बबलू मुंडा पर हमला में टीएसपीसी का कहीं से कोई हाथ नहीं है।
नक्सली संगठन टीएसपीसी ने प्रेस विज्ञप्ति में इस बात का दावा किया है कि रांची पुलिस द्वारा पकड़े गये आठ लोगों का संबंध टीएसपीसी से नहीं है।
टीएसपीसी ने कहा है कि झारखंड के हर गांव में नक्सली घटना के अलावा अपराधियों द्वारा वारदात में तेजी आयी है।
बबलू मुंडा पर जानलेवा हमले के मामले में टीएसपीसी ने कहा है कि बबलू मुंडा और कोयला माफिया के बीच बचपन की लड़ाई है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रेम मुंडा और बबलू मुंडा टीएसपीसी के सक्रिय सदस्य रहे हैं। बबलू मुंडा खुद बताये कि उस पर हमला टीएसपीसी ने किया था।
इरफान अंसारी और नीरज भोगता के बारे में बताया गया है कि दोनों छह साल पूर्व टीएसपीसी के सक्रिय सदस्य थे। आज के समय में इनका टीएसपीसी से कोई संबंध नहीं है।
उल्लेखनीय है कि 10 अक्टूबर को फायरिंग मामले में रांची के कांके थाना की पुलिस ने आठ नक्सलियों को गिरफ्तार किया था।