Ranchi University: B.Ed के स्टूडेंट्स और अंगीभूत कॉलेजों के लिए महत्वपूर्ण सूचना। रांची विश्वविद्यालय (Ranchi University) नई सूचना जारी की है कि इसके अंतर्गत B.Ed कोर्स संचालित करने वाले सभी B.Ed कॉलेजों/सभी अंगीभूत कॉलेजों को 13 अप्रैल तक B.Ed (सत्र 2023-25) के विद्यार्थियों के दस्तावेज के साथ रजिस्ट्रार कार्यालय में Registration Form जमा कर देना होगा।
वहीं, 300 रुपये (प्रति छात्र) के विलंब शुल्क के साथ रजिस्ट्रेशन फॉर्म 20 अप्रैल तक जमा किया जा सकेगा। इसके बाद कोई भी रजिस्ट्रेशन फॉर्म स्वीकार नहीं किया जाएगा और विश्वविद्यालय इसके लिए उत्तरदायी नहीं होगा।
विलंब शुल्क के साथ रजिस्ट्रेशन फॉर्म 20 अप्रैल तक जमा किया जा सकेगा
रजिस्ट्रेशन के लिए माइग्रेशन प्रमाणपत्र (रांची विश्वविद्यालय के उन छात्रों को छोड़कर जिन्होंने इस विश्वविद्यालय से माइग्रेशन प्रमाणपत्र नहीं लिया है), झारखंड सरकार के सक्षम प्राधिकारी की ओर से जारी जाति प्रमाणपत्र (Where Applicable) की सत्यापित जेरॉक्स कॉपी, EWS श्रेणी के तहत प्रवेश पाने वाले छात्रों के लिए सक्षम प्राधिकारी की ओर से जारी प्रमाणपत्र की सत्यापित जेरोक्स कॉपी, मैट्रिक का प्रमाणपत्र, मैट्रिक से लेकर अंतिम अर्जित डिग्री तक का अंकपत्र, शारीरिक रूप से निशक्तता प्रमाणपत्र (अगर लागू हो), जैसे दस्तावेज रजिस्ट्रेशन विवरण के साथ ऑनलाइन रांची विश्वविद्यालय की वेबसाइट के परीक्षा पोर्टल पर URL- https//ranchiuniversity.ac.in पर जमा करना है।
कॉलेज या संस्थान पोर्टल के डैशबोर्ड में लॉगिन करके Registration विवरण की सटीकता की पुष्टि करेंगे। छात्रों के रजिस्ट्रेशन विवरण की हार्ड कॉपी और अन्य जानकारी को निर्दिष्ट समय सीमा के भीतर विश्वविद्यालय की ओर से जारी अधिसूचना के साथ संलग्न कर निर्धारित प्रारूप में जमा करना होगा।
NCTE से संबद्धता/अनुमोदन पत्र के बिना रजिस्ट्रेशन पर किसी भी स्थिति में विचार नहीं किया जाएगा। JCECEB से जारी अभ्यर्थी के सीएमएल रैंकिंग आवंटन पत्र की प्रमाणित जेरॉक्स प्रति पंजीकरण फॉर्म के साथ जमा करना होगा। CML रैंकिंग आवंटन पत्र के बिना रजिस्ट्रेशन पर विचार नहीं किया जाएगा।
रांची विश्वविद्यालय के तहत सभी स्वायत्त कॉलेजों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया वही होगी, जो पिछले सत्र में थी। छात्रों का CML रैंकिंग आवंटन पत्र/विश्वविद्यालय का अनुमोदन पत्र (ओपन काउंसलिंग के माध्यम से प्रवेश के मामले में) स्वायत्त कॉलेजों के लिए भी जरूरी है।