रांचीः रिम्स गल्र्स हाॅस्टल के पास पिछले पांच दिनों से छेड़खानी और एमबीबीएस की छात्राओं के सामने अश्लील हरकतें करने वाला युवक आखिरकार रंगे हाथ धरा गया, फिर क्या था।
पहले तो सुरक्षाकर्मियों ने पूछताछ के क्रम में अच्छे से धुनाई कर दी। इसके बाद जब मामले की जानकारी रिम्स के जूनियर डाॅक्टर्स को हुई तो आरोपी युवक को असल सजा दी गई।
युवक को थाने में कंप्लेन करके जेल भेजने के बजाय अनोखी सजा दी गई, जो पूरी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। वहीं, इससे सोसायटी को एक नया संदेश भी गया है। सजा के तौर पर आरोपी युवक से एक यूनिट ब्लड डोनेट करवाया गया।
क्या है मामला
रिम्स के जूनियर डॉक्टर्स के अनुसार, युवक डुमरदगा का रहने वाला है, जिसका नाम मासूम अंसारी बताया गया है। वह पिछले पांच दिनों से गर्ल्स हॉस्टल के पास छेड़खानी करता था और एमबीबीएस की छात्राओं के सामने अश्लील हरकतें करता था।
इसकी जानकारी छात्राओं ने सुरक्षाकर्मियों और अपने सहपाठियों को दी, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने युवक को पहले पकड़कर पूछताछ की और धुनाई भी कर दी।
इसके बाद जूनियर डॉक्टरों और सुरक्षाकर्मियों ने थाना की कार्रवाई से बचने के लिए रक्तदान का ऑप्शन दिया, जिसे युवक ने स्वीकार कर लिया और रक्तदान किया।
आरोपी के पिता को बुलाकर दी चेतावनी
जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि रक्तदान कराने के बाद युवक के पिता को बुलाकर ऐसा दोबारा नहीं करने की चेतावनी देते हुए छोड़ दिया गया। बरियातू थाना के एएसआई ने बताया कि इस घटना को लेकर किसी तरह की लिखित शिकायत नहीं दी गई है।
ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों को भी मिले यही अनोखी सजा
रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि मारपीट के बजाय ऐसे मनचलों से रक्तदान ही कराना ज्यादा सही उपाय है। इससे रिम्स में लगातार हो रही खून की कमी भी दूर होगी और दंड भी मिल जाएगा। उन्होंने ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले युवाओं से भी रक्तदान कराने की अपील की है।