MP में 12 साल की लड़की से दुष्कर्म, राहुल ने मोदी-शिवराज पर साधा निशाना,कहा…

लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री को जरा भी शर्म नहीं है, उन्होंने चुनावी भाषणों, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच अपनी बेटियों की चीखें दबा दी हैं

News Aroma Media

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi ) ने बुधवार को मध्य प्रदेश में 12 वर्षीया लड़की के साथ दुष्‍कर्म (Madhya Pradesh Rape Case) की भयावह घटना की निंदा की और भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावी भाषणों के बीच बेटियों की चीखें दबा दीं।”

राहुल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा : “मध्य प्रदेश में 12 साल की लड़की के खिलाफ हुआ भयानक अपराध भारत माता के दिल पर हमला है। मध्य प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध और नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्‍कर्म की संख्या सबसे ज्‍यादा है।”

उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध के पीछे केवल अपराधी ही दोषी नहीं हैं, बल्कि अक्षम भाजपा सरकार भी जिम्मेदार है, क्योंकि वह अपनी बेटियों की रक्षा करने में विफल रही है।

राहुल ने कहा, “न न्याय है, न कानून व्यवस्था है, न अधिकार है – आज पूरा देश मध्य प्रदेश की बेटियों की हालत से शर्मिंदा है।

लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री को जरा भी शर्म नहीं है। उन्होंने चुनावी भाषणों, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच अपनी बेटियों की चीखें दबा दी हैं।”

उनकी यह टिप्पणी एक मानसिक रूप से विक्षिप्त नाबालिग लड़की के साथ क्रूरतापूर्वक दुष्‍कर्म (Brutally Raped) किए जाने और लोगों की उदासीनता का सामना करने के एक दिन बाद आई है, जब उसे उज्जैन में सड़क के किनारे अर्धनग्न अवस्था में छोड़ दिया गया था।

मेडिकल जांच में हुई दुष्कर्म की पुष्टि

वायरल फुटेज (Viral Footage) में पीड़िता, जो अर्ध-नग्न हालत में थी और उसके शरीर से खून बह रहा था, मदद के लिए एक आदमी के पास जाती देखी गई। वह आदमी डांटकर उसे भगा देता है।

रिपोर्ट के मुताबिक, सड़क पर भटकते हुए उसने मदद लिए कई दरवाजे खटखटाए, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की।

आख़िरकार वह एक आश्रम पहुंची और वहां के एक पुजारी को उस पर यौन हिंसा का संदेह हुआ, उसने उसे तौलिये से ढक दिया और जिला अस्पताल ले गया। मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई।

डॉक्टरों ने पीड़िता का प्राथमिक इलाज करने के बाद उसे सर्जरी के लिए इंदौर रेफर कर दिया, क्योंकि उसके प्राइवेट पार्ट के साथ क्रूरता की गई थी।

शिवराज सरकार पर उठाती रही है सवाल

उसके शरीर से बहुत खून बह चुका था। रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि एक पुलिसकर्मी ने रक्तदान किया, क्योंकि उसे जीवित रहने के लिए तत्काल खून चढ़ाने की जरूरत थी। उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।

ताजा घटना ने कांग्रेस को इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधने का मौका दे दिया है।

विपक्षी पार्टी राज्य में महिलाओं, आदिवासियों और दलितों पर अत्‍याचार को लेकर शिवराज (Shivraj) सरकार पर सवाल उठाती रही है।