गुमला : गुमला सदर अस्पताल में शिशु को जन्म देने वाली दुष्कर्म पीड़ित नाबालिग को बाल कल्याण समिति गुमला ने बालगृह ज्ञानाश्रय से छुट्टी दे दी।
नाबालिग अपनी मां के साथ अपने नवजात शिशु को अपना घर ले गई। ज्ञात हो कि नाबालिग ने रायडीह थाना में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था।
दुष्कर्म का आरोपी जेल में हैं और दुष्कर्म की पीड़िता ने 26 जनवरी को बाल कल्याण समिति के संरक्षण में गुमला सदर अस्पताल में एक शिशु को जन्म दिया था।
सदर अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद बाल कल्याण समिति के संरक्षण में पीड़िता के शिशु और मां को ज्ञानाश्रय में रखा गया था।
पीड़िता के मां ने सीडब्ल्यूसी को सरेंडर से किया इनकार
जानकारी के अनुसार नाबालिग बच्ची अपने शिशु का लालन पालन नहीं करना चाहती है तो वह बच्चा बाल कल्याण समिति के समक्ष सरेंडर करने का प्रावधान है।
बाल कल्याण समिति के संरक्षण में बच्चा का लालन पालन चैरिटी में किया जाता है।
लेकिन पीड़िता के मां ने शिशु को सरेंडर करने से इंकार किया और बाल कल्याण समिति से अनुमति लेकर शनिवार को अपने घर चली गई। इधर, बिशुनपुर थाना क्षेत्र की दुष्कर्म पीड़िता बाल गृह में ही है।
वह छात्र है। स्कूल खुलने पर वह पढ़ाई करेगी। उसका बच्चा बाल कल्याण समिति के संरक्षण में चैरिटी में रखा गया है।