मैनचेस्टर: इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) की टीम मैनचेस्टर युनाइटेड के फॉरवर्ड मार्कस रशफोर्ड ने सोशल मीडिया पर अपने खिलाफ हुई नस्लीय टिप्पणी को लेकर कहा है कि मानवता और सोशल मीडिया का स्तर काफी नीचे गिर गया है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, मैनचेस्टर युनाइटेड को शनिवार को आर्सेनल के साथ गोलरहित ड्रॉ खेलना पड़ा। मैच खत्म होने के बाद रशफोर्ड ने खुलासा किया कि अपने खिलाफ नस्लभेदी टिप्पणियों से वह काफी दुखी हैं।
22 साल के रशफोर्ड ने टिवटर पर कहा, मैं एक ब्लैक व्यक्ति हूं। मैं इस फैक्ट के साथ रोज गर्व के साथ जीता हूं।
उन्होंने कहा, कोई भी अन्य व्यक्ति या कोई कमेंट मुझे इससे अलग कुछ महसूस नहीं करवा सकता है। मैं कोई स्क्रीन शॉट शेयर नहीं कर रहा हूं।
ऐसा करना गैर जिम्मेदाराना होगा। हर रंग के बच्चे मुझे फॉलो करते हैं। उन्हें इन कमेंट्स को पढ़ने की जरूरत नहीं है। इस विविधता का जश्न मनाया जाना चाहिए।
इस बीच, आर्सेनल और इंग्लैंड के पूर्व स्ट्राइकर इयान राइट ने कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए सोशल मीडिया कंपनियां भी जिम्मेदार हैं और उन्हें इस तरह के कमेंट्स करने वालों पर नजर रखनी चाहिए तथा कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
वहीं, ब्रिटेन की सरकार ने फुटबॉलरों के खिलाफ सोशल मीडिया पर नस्लभेदी टिप्पणियों को लिया है और ऐसा माना जा रहा है कि सरकार पूर्व और मौजूदा फुटबॉलरों से इस मामले पर बात करेगी।