कोलकाता : पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक (Jyotipriya Malik) के परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी 17 घंटे बाद अब भी जारी है। ईडी ने बृहस्पतिवार तड़के छापेमारी शुरू की थी।
एक अधिकारी ने बताया कि ये छापे कई करोड़ रुपये के कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में मारे जा रहे हैं।
अधिकारी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में स्थित राज्य के वन मंत्री मलिक के दो घरों पर केंद्रीय बलों की एक टीम के सहयोग से छापा मारा। उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी ने मध्य कोलकाता के एमहर्स्ट स्ट्रीट स्थित उनके पैतृक घर की भी तलाशी ली।
ED के अधिकारी ने कहा….
इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने दोपहर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मलिक अस्वस्थ हैं। उन्होंने चेताया कि आवासों की तलाशी के दौरान यदि मलिक के साथ कुछ हुआ, तो वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) और ED के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करायेंगी। बनर्जी ने ED के छापे को भाजपा द्वारा विपक्षी नेताओं के खिलाफ ‘गंदा राजनीतिक खेल’ भी बताया।
इस घोटाला का संबंध सार्वजनिक वितरण प्रणाली और COVID-19 के चलते लगाये गये लॉकडाउन के दौरान खाद्यान्न के वितरण में कथित अनियमितताओं से है।
ED के अधिकारी ने कहा, ‘‘हम मंत्री से बातचीत कर रहे हैं तथा इस प्रक्रिया में कुछ और घंटे लग सकते हैं। हमने उनके निवासों से कई दस्तावेज जब्त किये हैं तथा मंत्री के बैंक खातों को खंगाला जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दमदम इलाके में मलिक के पूर्व निजी सहायक के निवासों तथा बेलीघाटा एवं बासद्रोनी समेत कुछ अन्य स्थानों पर तलाशी अभी जारी है।’’
तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं राज्य की मंत्री शशि पांजा ने मलिक के आवासों पर छापेमारी की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘यह विजयादशमी के अवसर पर बंगाल की संस्कृति पर हमला है।
नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप
यह बदले की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है। हमने देखा है कि दुर्गा पूजा से पहले हमारे नेताओं के परिसरों पर उस समय छापे मारे गए थे, जब हम (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत) निधि जारी किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।’’
पांजा ने कहा, ‘‘हम ऐसे तलाशी अभियानों से हैरान नहीं हैं क्योंकि उन्होंने (केंद्रीय एजेंसी ने निशाना बनाने के लिए) कुछ लोगों की पहचान की है…और यह जारी रहेगा।’’
दूसरी ओर, भाजपा नेता राहुल सिन्हा (Rahul Sinha) ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ‘‘भ्रष्टाचार में गहराई तक डूबी हुई’’ है। सिन्हा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जब भी ED या CBI (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) तृणमूल नेताओं के आवासों पर छापे मारती है, तो वे इसे गलत और इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हैं। हकीकत तो यह है…तृणमूल के लगभग हर नेता पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।’’
केंद्रीय जांच एजेंसियों के अधिकारियों ने हाल में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम के आवासों सहित राज्य में विभिन्न स्थानों पर छापा मारा था।