नई दिल्ली: पूर्व भारतीय प्रमुख कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने विराट कोहली (Virat Kohli) के मानसिक दृष्टिकोण और उनकी कप्तानी को लेकर हाल में बातचीत की।
शास्त्री ने उभरते तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) और उनके खेल के सभी फॉर्मेट में खेलने की संभावना पर भी अपने विचार साझा किये।
ESPN क्रिकइंफो से बात करते शास्त्री ने कहा, पिछले साल हम बैठकर बातचीत कर रहे थे कि क्या उन्हें Brake की जरूरत है या नहीं। उन्होंने जैसे सारी दुनिया का बोझ अपने कंधों पर ले रखा था। अब वह उत्साह से भरपूर नजर आ रहे हैं।
रोहित चोटिल हुए थे तो मुझे लगा कि विराट से पूछा जाएगा: शास्त्री
उनका खेल के प्रति जूनून, ऊर्जा और उत्साह सब वापस आ चुके हैं जो सबसे अच्छी बात है। रन बनें या न बनें लेकिन आपको उनके अंदर जोश, उत्साह और खेल के प्रति आनंद सब लौट आया है, दिखाई देता है, खासतौर पर विराट कोहली (Virat Kohli) जैसी विशेषता वाले खिलाड़ी के लिए।
यह पूछने पर कि क्या वह इंग्लैंड-भारत सीरीज (England-India Series) के पांचवें टेस्ट में विराट को कप्तान के रूप में देखना पसंद करते जब चोटिल रोहित शर्मा की जगह जसप्रीत बुमराह को कप्तान बनाया गया था, शास्त्री ने कहा, जब रोहित चोटिल हुए थे तो मुझे लगा कि विराट से पूछा जाएगा।
शास्त्री ने कहा…
यदि मैं उस समय होता। मुझे विश्वास है कि राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) भी वही काम करते। मैं नहीं जानता। मैंने उनसे बात नहीं की थी। मैं बोर्ड को सिफारिश करता कि यह सही होगा कि वह टीम का नेतृत्व करें क्योंकि वह उस टीम का हिस्सा थे जिसने सीरीज में 2-1 की बढ़त बनायी थी और वह खिलाड़ियों का सर्वश्रेष्ठ निकाल सकते थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या Virat को फिर से टीम का नेतृत्व करने पर आपत्ति हो सकती थी, शास्त्री ने कहा, मुझे नहीं लगता कि ऐसा होता। यह आपके देश का नेतृत्व करने के बारे में है और इन परिस्थितियों में आपको अपना सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी आगे करना होगा।
अर्शदीप की सराहना करते हुए शास्त्री ने कहा…
आपका नियमित कप्तान चोटिल है। क्या वह टीम का हिस्सा नहीं थे। आपको देखना होगा कि दांव पर क्या है आप जानते हैं कि 2-1 से आगे रहते हुए इंग्लैंड को इंग्लैंड में हराना। कितनी टीमों ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया (England and Australia) को एक ही वर्ष में हराया है।
अर्शदीप (Arshdeep) की सराहना करते हुए शास्त्री ने कहा, जितना मैं उसे देखता हूं मुझे लगता है कि वह भारत के लिए सभी फॉर्मेट में खेल सकते हैं। हालांकि मैंने उन्हें लाल बॉल क्रिकेट (Red Ball Cricket) में ज्यादा नहीं देखा है लेकिन जिस तरह वह सुधार कर रहे हैं, उन्हें आत्मविश्वास मिल रहा है।