मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश के दो अग्रणी बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC) व कैनरा बैंक (Canara Bank) को विशेष वोस्त्रो अकाउंट खोलकर रुस के साथ रुपए में कारोबार करने की इजाजत दी है।
वोस्त्रो खाते ऐसे खाते हैं जो एक बैंक दूसरे जो अक्सर विदेशी बैंक होते हैं की ओर से रखता है। यह बैंकिंग लेनदेन का एक का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। केंद्रीय बैंक ने यह कदम भारत और रूस के बीच होने वाले व्यापार का सेटलमेंट रुपए हो, यह सहूलियत देने के लिए उठाया है।
सीमा पार के लेनदेन भारतीय मुद्रा में भी हो सकेंगे
इस फैसले के बाद अब सीमा पार के लेनदेन भारतीय मुद्रा (Indian Currency) में भी हो सकेंगे। इससे पहले, सरकार ने भारतीय रुपए में विदेशी व्यापार की सुविधा देने के लिए आरबीआई (RBI) से अनुमति के बाद दो भारतीय बैंकों के साथ नौ विशेष वोस्त्रो खाते (Vostro Accounts) खोले थे।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कारोबार के आंकड़े जारी करते हुए कहा था कि अब तक नौ वोस्त्रो खाते खोले जा चुके हैं।
जिनमें एक यूको बैंक में, एक एबीईआर बैंक में, एक वीटीबी बैंक (VTB Bank) जबकि छह इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) के साथ खोले गए हैं। यह छह रूस के अलग-अलग बैंक हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक ने नई व्यवस्था को लोकप्रिय बनाने में मदद करने के लिए इन विशेष वोस्त्रो खातों को भारत सरकार (Indian Government) की प्रतिभूतियों में अधिशेष राशि (Balance Amount) का निवेश करने की अनुमति दी है।