चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को राज्य के भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा पर कानून एवं व्यवस्था पर झूठे प्रचार के लिए निशाना साधते हुए कहा कि मोबाइल टावरों के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं की संख्या में भारी कमी आई है।
सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी अपील और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को दी गई सख्त चेतावनी के बाद घटनाएं कम हुई हैं।
उन्होंने कहा कि गुरुवार को मामूली क्षति के साथ एक-दो घटनाएं सामने आई हैं।
चंडीगढ़-खरार एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन करने के बाद मीडिया के साथ अनौपचारिक बातचीत करते हुए सिंह ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि आने वाले दिनों में नुकसान का एक भी मामला न हो।
उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और अधिकांश क्षतिग्रस्त टावरों की मरम्मत कर दी गई है।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने ऐसी घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि तथ्य यह है कि ये किसानों के सहज प्रकोप के परिणामस्वरूप हो रहा है, क्योंकि उनकी वास्तविक मांगों को अब तक स्वीकार नहीं किया गया है।
सिंह ने पंजाब भाजपा नेताओं के उन दावों को भी खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया है कि केंद्र ने किसानों की मांगों को शुरुआत से ही स्वीकार किया है।
उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगों को मान लिया जाता, तो किसान दिल्ली की सीमाओं पर सर्दी के मौसम में बाहर नहीं बैठे होते।
सिंह ने भाजपा राज्य नेतृत्व के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि मोबाइल टावरों को पहुंचे नुकसान के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है और इससे छात्रों को उनकी पढ़ाई को लेकर नुकसान उठाना पड़ा है।
अमरिंदर सिंह ने भाजपा नेतृत्व से पूछा, क्या भाजपा के खिलाफ किसानों के गुस्से के लिए हम जिम्मेदार हैं?
उन्होंने कहा, कृषि कानूनों को लागू करने वाले हम नहीं हैं। वह भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार है।
हमने तो विधानसभा में संशोधन विधेयक पारित करके इसे नकार दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में कानून और व्यवस्था की समस्याओं को भाजपा द्वारा केवल किसानों के गुस्से से बचने के लिए उठाया जा रहा है।