रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने बिरसा चौक पर आंदोलन कर रहे 14वे वित्त आयोग संविदाकर्मियों एवं जेएसएससी के सामने धरना दे रहे पंचायत सचिव अभियार्थियों से मुलाकात किया।
प्रकाश शनिवार को बिरसा चौक में धरना स्थल पहुंच आंदोलनकारियों को संबोधित करते कहा कि कल जिस तरह से राज्य सरकार ने लोकतांत्रिक तरीके से अपनी जायज मांग को लेकर आंदोलन कर रहे संविदाकर्मियों के ऊपर अपने पुलिसिया बल से बर्बर तरीक़े से लाठी, डंडे से पीटा गया।
यह घटना अत्यंत की शर्मनाक है। इस घटना ने लोकतंत्र को कलंकित किया है।
साथ ही राज्य सरकार के चेहरे पर कालिख पोतने का काम किया है।
इस घटना ने कांग्रेस की 1975 की आपातकाल को याद करा दिया।
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के लोग राजभवन घेराव करते है, उस वक्त कानून व्यवस्था क्यों नही चरमराती।
झामुमों के लोग आंदोलन करते है, तो राज्य सरकार क्यो चुप बैठ जाती है।
वहां लाठी डण्डा क्यों नही पिटवाती है। जब राज्य के युवा अपनी जायज मांगों को लेकर सड़क पर उतरते है, तो पुलिस द्वारा तो बर्बर तरीके से लाठी मारती है।
ऐसी दोहरी नीति, दोहरी चरित्र का राज्य की सवा तीन करोड़ जनता विरोध करती हैं।
प्रकाश ने कहा कि अफसर के द्वारा रची साजिश के तहत राज्य सरकार काम कर रही है।
भाजपा सरकार ने आयोग की अनुशंसा के आधार पर बड़ी संख्या में संविधा के आधार पर नौकरी दिया था।
लेकिन इस सरकार में नौकरी देने के मामले में फिसड्डी साबित हुई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एक भी युवक को रोजगार देने का काम नही किया।
एक ओर राज्य सरकार नौकरी नही दे पा रही है।
पिछले सरकार में दिए गए नौकरी को छीनने का काम कर रही है।
यह सरकार मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाकर सत्ता पर काबिज हुई है और जनता अब इनके चेहरे को समझ चुकी है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र तोमर के पत्र को यह सरकार भ्रमित करने का काम कर रही है।
राज्य सरकार को इस पत्र को आधार बनाकर संविदाकर्मियों को बहाल किया जा सकता है लेकिन राज्य सरकार साजिश के तहत गोल गोल घुमाने का काम कर रही हैं।
यह सरकार संविदाकर्मियों के मुद्दों पर स्थायी समाधान नही चाहती है।
प्रकाश ने कहा कि भाजपा इस आंदोलन में संविदाकर्मियों के साथ खड़ी है और राज्य सरकार को मांग पूरी करने के लिए बाध्य कर देंगे।