नई दिल्ली: देश में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 2 लाख के पार हो चुका है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब हर दिन 3 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा रहे हैं।
हालांकि, देशभर के श्मशाम घाटों और कब्रिस्तानों से आ रही रिपोट्र्स के मुताबिक मौतों का आंकड़ा कहीं ज्यादा है। अब इस पर एक्सपट्र्स खुलकर बोलने लगे हैं।
श्रीजयवेद इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवेस्कुलर साइंस एंड रिसर्च, बेंगलुरु के प्रोफेसर डॉ. प्रसन्नसिम्हा ने इन मौतों और देश के हालात के लिए मौका मिलने के बाद भी वैक्सीन न लगवाने वालों को जिम्मेदार ठहराया है।
डॉक्टर प्रसन्नसिम्हा ने कहा, वैक्सीनेशन को लेकर लोगों के मन में जो संदेह था वही कोरोना महामारी में सबसे बड़ा हत्यारा बनकर सामने आया है।
ज्यादातर वही लोग मर रहे हैं जिन्होंने मौका मिलने के बाद भी वैक्सीन नहीं लगवाई थी।
अगर आपको वैक्सीन लगवाने का मौका मिला और आपने नहीं लगवाया।
अब आप गंभीर रूप से संक्रमित हैं तो इसका आपको एहसास होना चाहिए कि आपने दूसरे मरीज को मिलने वाले बेहतर इलाज का हक उससे छीन लिया है।
अगर आप नहीं होते तो आज ये स्थिति नहीं होती। मरीजों को आराम से इलाज मिलता, उन्हें वेंटिलेटर ऑर ऑक्सीजन की सुविधाएं मिल जातीं। जिसके चलते आज लोगों की मौत हो रही है।
बुजुर्गों को तुरंत आइसोलेट करें
डॉ. प्रसन्नसिम्हा कहते हैं कि अगर अब तक आपने बुजुर्गों को वैक्सीन नहीं लगवाई है तो अब उन पर ज्यादा खतरा है।
इसलिए ऐसे बुजुर्गों को तुरंत आइसोलेट कर दें। जितना जल्दी से जल्दी हो उनके वैक्सीनेशन का इंतजाम करें।
इसके अलावा सुरक्षा के लिए घर में भी मास्क पहनें। उन्होंने बताया कि प्लाज्मा के लिए भी लोगों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है।
अभी तक कोई ऐसी स्टडी रिपोर्ट सामने नहीं आई है जिसमें प्लाज्मा थेरेपी को असरदार बताया गया है।