नयी दिल्ली: यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों तथा पेशेवरों को स्वदेश वापस लाने की मुहिम के तहत गुरुवार को नागर विमानन मंत्रालय ने यूक्रेन और भारत के बीच विमानों और सीटों की संख्या सीमित रहने का प्रतिबंध हटा दिया।
कोरोना महामारी के कारण भारत ने कई देशों के साथ एयर बबल समझौता किया था। इस समझौते के तहत दोनों देशों के बीच सीमित संख्या में विमान उड़ान भर सकते हैं।
इन विमानों की सीट की संख्या भी सीमित ही रहती है। यूक्रेन के साथ भी भारत ने यह समझौता किया है लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनातनी को देखते हुए यह प्रतिबंध हटा लिया गया है। अब दोनों देशों के बीच विमानों के अलावा चार्टर्ड विमान भी उड़ान भर सकते हैं।
मंत्रालय ने वक्तव्य जारी करके कहा है, मंत्रालय ने एयर बबल समझौते में भारत और यूक्रेन के बीच विमानों और सीटों की संख्या पर लगाया गया प्रतिबंध हटा लिया है।
मंत्रालय ने बताया कि भारतीय विमानन कंपनियों को जानकारी दे दी गयी है कि वे बढ़ती मांग को देखते हुए विमानों की संख्या बढ़ायें।
केंद्र सरकार ने यूक्रेन संकट को देखते हुए वहां रहने वाले भारतीयों को स्वदेश वापस लौटने का परामर्श जारी किया था।
इसके बाद यूक्रेन में रह रहे भारतीय छात्रों ने विमान टिकट की आसमान छूती कीमत और विमानों की सीमित संख्या के बारे में कहा था।
रिपोर्ट के मुताबिक 20 फरवरी से पहले यूक्रेन से कोई भी विमान भारत के लिए उड़ान भरने वाला नहीं था।