लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सेवानिवृत्त आईएएस अफसर अरविंद शर्मा गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। उन्हें प्रधानमंत्री मोदी का करीबी बताया जाता है।
इस दौरान उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर, गोविंद शुक्ला, कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान भी उपस्थित रहे। अरविंद कुमार मूल रूप से यूपी के मऊ जिले के निवासी हैं।
शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उनकी अनुपस्थिति में आभार जताते हुए कहा कि वह मऊ जिले के पिछड़े गांव से ताल्लुक रखते हैं।
वह राष्ट्रवाद और पार्टी की सेवा के लिए राजनीति में आए हैं।
जो जिम्मेदारी सौंपेगी उसे स्वीकार करेंगे।
उन्होंने कहा, मुझ जैसे साधारण व्यक्ति को जिसकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है, उसे भाजपा ही इतना बड़ा मुकाम दे सकती है।
उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
मैं प्रधानमंत्री और भाजपा की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा।
सवालों का जवाब देने के बजाय शर्मा हाथ जोड़कर चले गए।
उन्होंने 20 वर्षों तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गुजरात और पीएमओ में काम किया है।
उन्होंने आईएएस की सेवा से दो साल पहले ही वीआरएस लिया है।
अरविंद शर्मा की गिनती भारत सरकार के चुनिंदा अफसरों में होती है।
लो प्रोफाइल रहते हुए पीएमओ और फिर एमएसएमई में बेहतरीन काम के लिए चर्चा में रहे हैं।
1998 कैडर के गुजरात के चर्चित आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेहद करीबी माना जाता है।
दो वर्ष की नौकरी बाकी रहने के बाद भी स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने वाले शर्मा को एक व्यापक ²ष्टिकोण वाला परिश्रमी अधिकारी माना जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गुजरात के साथ पीएम ऑफिस, दिल्ली में भी काम करने का उनका लम्बा अनुभव है।
वह उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद से बहुत पिछड़े से इलाके से आते हैं।
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि अरविंद कुमार शर्मा को भाजपा यूपी से विधान परिषद सदस्य बना सकती है।
विधान परिषद की 12 सीट में से भाजपा का दस पर कब्जा बिल्कुल तय माना जा रहा है।