नई दिल्ली: नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) को दिल्ली और मुंबई के हवाईअड्डों में हिस्सेदारी बेचने के बाद भी राजस्व लाभ मिलते रहेंगे।
उन्होंने कहा जो लोग चिंता जता रहे हैं, उन्हें यह भी पता होना चाहिए कि दिल्ली और मुंबई के हवाईअड्डे 60 साल के पट्टे पर हैं।
मंबई और दिल्ली के अलावा छह अन्य हवाईअड्डे पट्टा अवधि समाप्त होने के बाद भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के पास वापस आ जाएंगे।
इसलिए इसमें बिकने जैसा कुछ नहीं है, जैसा कि कुछ लोग दावा कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री पुरी ने स्पष्ट किया कि वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि अब स्थिति वैसी नहीं है, जैसी कि कुछ राजनेता बताने की कोशिश कर रहे हैं।
हरदीप पुरी ने कहा कि राजनीतिक नेताओं, विशेष रूप से जो लोग शासन की आकांक्षा रखते हैं, उन्हें तथ्यों से परिचित होना चाहिए।
न्यू इंडिया के लोग, जो पहले अपने शहर में एक रेलवे स्टेशन चाहते थे, अब न केवल एक हवाईअड्डा चाहते हैं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा चाहते हैं। अब स्थिति तेजी से बदल रही है।