रांची : वह बंगाल से रांची स्थित रिम्स आया तो था अपने परिचित मरीज को देखने, मगर उस पर रिम्स प्रबंधन की ऐसी ‘मेहरबानी’ हुई कि उसे खुद रिम्स में भर्ती होना पड़ गया।
उसके हाथ-पैर टूट गये हैं। सिर में भी गंभीर चोटें आयी हैं। उस घायल युवक का नाम उत्तम कुमार है। रिम्स के इमरजेंसी विभाग में उसका इलाज चल रहा है।
यह है मामला
पश्चिम बंगाल के झालदा का रहनेवाला उत्तम कुमार सोमवार को रांची स्थित रिम्स पहुंचा। वह यहां न्यूरो सर्जरी विभाग में भर्ती एक मरीज को देखने आया था।
जैसे ही वह रिम्स की लिफ्ट के अंदर घुसने लगा, वह लिफ्ट के दरवाजे में बुरी तरह से फंस गया। इस घटना में उत्तम का हाथ और पैर टूट गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रिम्स की लिफ्ट काफी जर्जर स्थिति में है। लिफ्ट में न ही कोई लाइट जलती है, न ही कोई सेंसर काम करता है।
ग्रामीण क्षेत्र से आये युवक को लिफ्ट चलाने की जानकारी नहीं थी और लिफ्ट के अंदर जाते ही युवक के शरीर का कुछ भाग दरवाजे के बाहर ही था और इसी दौरान दरवाजा बंद हो गया।
इससे युवक उसमें बुरी तरह फंस गया और घायल हो गया। उसके सिर में भी चोट लगी है। बताया जा रहा है कि अगर लिफ्ट के दरवाजे का सेंसर काम करता होता, तो शायद यह हादसा नहीं हुआ होता।
इसके अलावा लिफ्ट में कोई लिफ्टमैन की भी व्यवस्था नहीं थी, जबकि दर्जनों लिफ्टमैन की नियुक्ति आउटसोर्स के माध्यम से पहले ही की जा चुकी है। दूसरी ओर, अधिकारियों की लिफ्ट की हालत काफी बेहतर है और इन लिफ्ट में लिफ्टमैन भी मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी कई मरीजों के परिजन भी लिफ्ट में फंस चुके हैं। इधर, इस मामले में रिम्स प्रबंधन ने कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा है। प्रबंधन का कहना है लिफ्टमैन का काम तय किया गया है।
अगर वह काम पर मौजूद नहीं है, तो इसकी जांच की जायेगी। साथ ही जो लिफ्ट खराब है, उसे बनाने का कार्य भी किया जायेगा।