रांची : रिम्स में रैगिंग की घटना को रोकने के लिए रिम्स प्रबंधन ने कड़ा फैसला लिया है। गत दिनों रिम्स में हुई रैगिंग के मामले में रिम्स प्रबंधन ने रिम्स कैंपस से 18 मेडिकल छात्रों को बाहर निकाल दिया।
साथ ही सभी को हॉस्टल खाली करने का आदेश भी दिया गया है। रिम्स में सितंबर में सीनियर-जूनियर के बीच मारपीट की घटना के बाद 18 मेडिकल छात्रों को हॉस्टल से बाहर निकाल दिया गया है।
इसके अलावा उन्हें 18 अक्टूबर को हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया गया है। आदेश के बाद पांच मेडिकल छात्र एक साल के लिए हॉस्टल से बाहर रहेंगे, जबकि 13 को तीन महीने के लिए बाहर किया गया है।
इतना ही नहीं, उन्हें न तो हॉस्टल में मेस की सुविधा मिलेगी और न ही अपने क्लासमेट के साथ रूम शेयर करने की अनुमति होगी।
उल्लेखनीय है कि चार सितंबर को रिम्स में जूनियर और सीनियर डॉक्टर्स आपस में ही भिड़ गये थे।
इस मामले में जांच कमिटी ने गत दिनों अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। इसके बाद ही कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
चार सितंबर को सीनियर और जूनियर डॉक्टर्स के बीच मारपीट हुई थी। इस दौरान हॉस्टल नंबर एक, दो, तीन, चार और सात के स्टूडेंट्स आपस में भिड़ गये थे।
बताया जाता है कि 2019 के स्टूडेंट्स की परीक्षा खत्म होने के बाद जूनियर पार्टी कर रहे थे।
इससे सीनियर स्टूडेंट्स को परेशानी हो रही थी और विरोध किया था। इसी को लेकर सीनियर और जूनियर डॉक्टर्स भिड़ गये थे। जिसके बाद रिम्स हॉस्टल को छावनी में तब्दील कर दिया गया था।