रांची: RIMS के सुरक्षाकर्मियों की हड़ताल (Security Personnel Strike) दिनभर चलने के बाद देर शाम समाप्त हो गयी। सुरक्षाकर्मी और ट्रॉलीमैन काम पर लौट आए।
हड़ताल के दूसरे दिन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) से मिलने और कैबिनेट में मसला उठाने के उनके आश्वासन के बाद सुरक्षाकर्मियों ने हड़ताल वापस लेने का फैसला लिया।
रिम्स पीआरओ राजीव रंजन ने बताया कि रिम्स ने सुरक्षा एजेंसी (Security Agency) को नवंबर तक के वेतन का भुगतान कर दिया है। दिसंबर माह का भुगतान भी एक सप्ताह में कर दिया जाएगा।
चार महीने के बकाया वेतन की मांग कर रहे थे
वहीं रिम्स प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षाकर्मियों को हटाने का फैसला सरकार का है। इस पर वे कुछ नहीं कर सकते।
हालांकि दिन भर हड़ताल जारी रहने से इमरजेंसी (Emergency) के मरीजों के साथ भर्ती मरीजों और उनके परिजन परेशान रहे।
सबसे अधिक परेशानी MRI, सिटी स्कैन के लिए एक जगह से दूसरे जगह जाने वाले मरीजों को हुई। इसके अलावा इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों के परिजनों को खुद से ही ट्रॉली और ह्वीलचेयर (Trolleys And Wheelchairs) धकेल कर मरीजों को एक जगह से दूसरे जगह ले जाना पड़ा।
सुरक्षाकर्मी अपने स्थान पर होम गार्ड (Home Guard) की बहाली का विरोध कर रहे हैं। साथ ही चार महीने के बकाया वेतन की मांग कर रहे थे।