लंदन: भारतीय मूल के Former Finance Minister Rishi Sunak (पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक) के ब्रिटिश PM पद की दौड़ में एक बार फिर शामिल होने के घटनाक्रम को ब्रिटिश राजनीति में सबसे उल्लेखनीय राजनीतिक वापसी के रूप में देखा जा रहा है।
पिछले महीने PM पद की दौड़ में लिज ट्रस से मात खाने वाले ऋषि सुनक रविवार को एक बार फिर औपचारिक रूप से Conservative Party के नेता और PM पद की दौड़ में शामिल हो गए।
इस बार वह यकीनन और भी अधिक गंभीरता के साथ मुकाबले में हैं क्योंकि उनकी अधिकांश चेतावनियों को Out Going Prime Minister लिज ट्रस ने ‘‘नाउम्मीदी की भावना’’ के रूप में खारिज कर दिया था।
कुख्यात ‘‘मिनी बजट’’ के फैसलों से Economic (अर्थव्यवस्था) में गिरावट के मद्देनजर सुनक की चेतावनी सही साबित हुई हैं।
पूर्व निवेश बैंकर और Oxford and Stanford Universities के स्नातक ऋषि सुनक 2015 में यॉर्कशायर के टोरी गढ़ रिचमंड से संसद सदस्य चुने गए थे और फिर वह जल्द ही कनिष्ठ मंत्री से वित्त मंत्री के पद तक पहुंच गए।
सुनक चाहते हैं कि ब्रिटेन भी ‘भारत से सीखे
पिछले महीने, ब्रिटेन की तत्कालीन विदेश मंत्री लिज ट्रस ने भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक को Conservative Party नेतृत्व के लिए मुकाबले में हराकर PM के तौर पर बोरिस जॉनसन का स्थान लिया था। तब ट्रस को 57.4 प्रतिशत और सुनक को 42.6 प्रतिशत मत मिले थे।
PM पद की दौड़ के लिए लगभग आठ सप्ताह तक चले चुनाव अभियान के दौरान Rishi Sunak ने कहा था, ‘‘हम जानते हैं कि ब्रिटेन-भारत संबंध महत्वपूर्ण हैं। हम अपने दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु का प्रतिनिधित्व करते हैं।’’
सुनक ने कहा था कि द्विपक्षीय संबंधों के लिए उनका दृष्टिकोण ब्रिटेन के लिए भारत में चीजों को बेचने के मौके से परे रहा है और वह चाहते हैं कि ब्रिटेन भी ‘भारत से सीखे’।
उन्होंने कहा था, ‘‘मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि हमारे छात्रों के लिए भी भारत की यात्रा करना और सीखना आसान हो, हमारी कंपनियों और भारतीय कंपनियों के लिए एक-दूसरे के साथ काम करना आसान हो क्योंकि यह केवल एकतरफा संबंध नहीं है, यह दो-तरफा संबंध है, और इस तरह का बदलाव मैं उस रिश्ते में लाना चाहता हूं।’’
सुनक ने सबसे सम्मानित कंपनियों में से एक का निर्माण किया
सुनक की दो बेटियां -कृष्णा और अनुष्का- हैं। सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति तथा लेखक सुधा मूर्ति की बेटी हैं। सुनक के पिता यशवीर सेवानिवृत्त डॉक्टर हैं जबकि उनकी मां ऊषा सुनक फार्मासिस्ट हैं।
सुनक ने टेलीविजन पर बहस के दौरान कहा था, ‘‘मेरे ससुर के पास कुछ भी नहीं था, बस एक सपना था और कुछ सौ पाउंड थे जो मेरी सास की बचत से उन्हें मिले थे।
इसके साथ ही उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी, सबसे सम्मानित कंपनियों में से एक का निर्माण किया जो यहां ब्रिटेन में हज़ारों लोगों को रोज़गार देती है।’’
धर्मपरायण हिंदू सुनक जब सांसद बने थे तो उन्होंने House of Commons में भगवद्गीता के नाम पर शपथ ली थी।