पटना: बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (युनाइटेड) के नेताओं के बयानबाजी के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का दावा है कि जदयू के 17 विधायक उनके संपर्क में हैं और वे राजद में शामिल होना चाहते हैं।
जदयू ने हालांकि राजद के इस दावे का जोरदार खंडन किया है।
अरूणाचल प्रदेश में जदयू के सात में से छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद बिहार की राजनीति गर्म है।
इस मामले को लेकर जदयू और भाजपा में दूरियां भी बढ़ी है।
इस दौरान राजद के नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने बुधवार को दावा करते हुए कहा कि जदयू के 17 विधायक उनके सपर्क में हैं, जो नीतीश कुमार की सरकार को गिराना चाहते हैं।
श्याम रजक ने पत्रकारों को कहा, जदयू के कई विधायक भाजपा की कार्यशैली से नाराज हैं।
जिस प्रकार भाजपा हावी हो रही है और फैसले ले रही है, उससे जदयू के विधायक परेशान हैं। ये लोग भाजपा को हावी नहीं होने देना चाह रहे हैं। ऐसे में 17 विधायक राजद के संपर्क में हैं।
उन्होंने दावा करते हुए यह भी कहा कि हम उन्हीं विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करेंगे, जो समाजवाद व धर्मनिरपेक्षता के समर्थक होंगे।
इधर, जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने राजद के इस दावे का जोरदार खंडन करते हुए कहा कि राजद को पहले अपने घर को बचाना चाहिए।
उल्लेखनीय है नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में राजग को 125 और विपक्षी दलों के महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं।