नागपुर: वरिष्ठ पत्रकार, आरएसएस विचारक और इसके पहले प्रवक्ता माधव गोविंद वैद्य का शनिवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
वैद्य(97) अपने पीछे पत्नी सुनंदा और आठ बच्चे छोड़ गए हैं। उनकी तीन बेटियां वैभरी जी नाईक, प्रतिभा यू राजहंस, भारती जी काहू और पांच बेटे धनंजय, मनमोहन, श्रीनिवास, शशिभूषण और राम हैं।
एक बेटा डॉ. मनमोहन आरएसएस में बड़े पद पर है और दूसरा हिंदू स्वंयसेवक संघ का सह-समन्वयक है।
वैद्य महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं और हाल ही में कोरोना से उबरे थे। वह अंत समय तक एक्टिव और अलर्ट थे।
परिवार के एक करीबी ने आईएएनएस को बताया कि हालांकि शुक्रवार को उनके स्वास्थ्य में अचानक गिरावट आई और उन्हें स्पंदन अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अपराह्न् करीब 3.30 बजे अंतिम सांस ली।
रविवार सुबह 9.30 बजे अंबजारी घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
एक करीबी पारिवारिक मित्र बैरिस्टर विनोद तिवारी ने बताया, वैद्य संगठन के उन खास लोगों में हैं, जिन्होंने 95 साल के आरएसएस के सभी सरसंघचालकों के साथ काम किया है। इसमें इसके संस्थापक के.बी. हेडगेवार, प्रभारी प्रमुख एल.वी. प्रांजपे, एम.एस. गोलवलकर, एम.डी. देवरास, राजेंद्र सिंह, के.एस. सुदर्शन और मौजूदा प्रमुख मोहन भागवत शामिल हैं।
एक अन्य करीबी सहयोगी किशोर तिवारी ने कहा, आरएसएस के सभी सरसंघचालक न केवल उनकी इज्जत करते थे, बल्कि लगातार उनसे विभिन्न मुद्दों पर राय लेते थे।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि वह वैद्य के निधन से काफी दुखी हैं, जोकि एक संपादक, राष्ट्रवादी, विद्वान और विचारक थे।
भाजपा के विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें एक बुद्धिमान व्यक्ति और ज्ञान का सागर, संस्कृत का विद्वान करार दिया। साथ ही कहा कि उनके जाने से देश में एक शून्य पैदा हो गया है।