मॉस्को: Russia (रूस) और Ukraine के युद्ध (War) को नौ महीने से अधिक समय बीत चुका है। अब तक यह लड़ाई यूक्रेन के पक्ष में झुकी हुई प्रतीत हो रही है। रूस ने कहा कि वह यूक्रेनी शहर खेरसॉन और उसके आसपास के कुछ इलाकों से अपनी सेना को वापस बुला रहा है।
रूसी सैनिक शहर से निप्रो नदी के पूर्वी तट की ओर पीछे हटेंगे
अब तक की जंग में यह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin)
के लिए सबसे बड़ा झटका है। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने सैनिकों की वापसी की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि Ukraine में Russia की सेना के कमांडर जनरल सर्गेई सुरोविकिन की सलाह के बाद यह फैसला लिया गया है। मीडिया की खबर के अनुसार खेरसॉन को छोड़ने के बाद रूसी सैनिक शहर से निप्रो नदी के पूर्वी तट की ओर पीछे हटेंगे।
यूक्रेन पर हमले के बाद अपने कब्जे में लिया था
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि क्या सैनिकों की वापसी शुरू हो चुकी है। एक अखबार के अनुसार सुरोविकिन ने कहा कि निप्रो के बाएं तट पर बचाव करना आसान नहीं है।
हम अपने सैन्य कर्मियों और अपने बलों की युद्ध क्षमता का बचाएंगे। खेरसॉन इकलौती राजधानी थी जिसे रूस ने Ukraine पर हमले (Attack) के बाद अपने कब्जे में लिया था।
प्रक्रिया को अवैध करार देते हुए इसकी निंदा की
Ukraine से सेना की वापसी पुतिन के बड़ा शर्मनाक पल है। यह खेरसॉन ओब्लास्ट में स्थित है, जो उन चार Ukraine क्षेत्रों में से एक है जिन पर रूस ने सितंबर में कब्जा कर लिया था।
इस दौरान पुतिन ने खेरसॉन को रूस का हिस्सा घोषित कर दिया था। Ukraine और पश्चिमी देशों ने इस प्रक्रिया को अवैध करार देते हुए इसकी निंदा की थी।
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने सितंबर के आखिर में कहा था कि इससे Ukraine और दुनिया के लिए कुछ नहीं बदलेगा। खेरसॉन उन इलाकों में से था जहां यूक्रेनी सेना रूसी कब्जे वाले क्षेत्र को वापस हासिल करने के लिए लगातार संघर्ष कर रही थी।