वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि यूक्रेन पर रूस का हमला महज एक देश पर हमला नहीं है, बल्कि यह यूरोप और वैश्विक शांति पर हमला है।
बाइडन ने पूर्वी यूरोपीय देश के खिलाफ रूस की आक्रामकता बढ़ने के बीच उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सहयोगी देशों की सुरक्षा के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता रेखांकित की।
शुक्रवार को फिनलैंड के राष्ट्रपति साउली निनिस्तो के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान बाइडन ने संवाददाताओं से कहा कि दोनों देश कुछ वक्त से लगातार संपर्क में हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि नाटो में साथ मिलकर रूसियों के खिलाफ प्रतिक्रिया दी है और यूक्रेन के खिलाफ अकारण तथा गैर उकसावे वाले आक्रमण के लिए रूस की जवाबदेही तय कर रहे हैं।
बाइडन ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में कहा, ‘‘और हम सहमत हैं कि यह सिर्फ यूक्रेन पर हमला नहीं है, बल्कि यूरोप की सुरक्षा और वैश्विक शांति तथा स्थिरता पर भी हमला है।’’
व्हाइट हाउस ने बैठक के बारे में कहा कि बाइडन और निनिस्तो ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और उत्तरी यूरोप में रक्षा सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
दोनों देशों के राष्ट्रपतियों ने नाटो की ‘ओपन डोर नीति’ के महत्व पर भी चर्चा की। इसके अलावा, उन्होंने ऊर्जा सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रयासों पर भी चर्चा की।
इससे पहले दिन में बाइडन ने पोलैंड के राष्ट्रपति एंद्रेज डुडा से बातचीत की और यूक्रे पर रूस के हमले के खिलाफ देशों की कार्रवाई पर भी बातचीत की।
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, ‘‘बाइडन ने पोलैंड की सुरक्षा और सभी नाटो सहयोगियों की रक्षा की अमेरिका की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।’’
बयान में कहा गया कि उन्होंने नाटो के खिलाफ रूस के किसी भी हमले को रोकने और गठबंधन की मजबूती के लिए 9,000 अमेरिकी सैनिकों की तैनाती के लिए पोलैंड की साझेदारी का आभार जताया, जिसमें हाल के हफ्तों में वहां तैनात किए गए 4,700 अतिरिक्त जवान शामिल हैं।
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ब्रसेल्स में शुक्रवार को कहा कि अमेरिका ने यूरोप में अतिरिक्त 7,000 सैनिक भेजे हैं और नाटो के पूर्वी पक्ष को मजबूत करने के लिए अपने बलों की तैनाती में बदलाव किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम रूस के खिलाफ अपने कड़े आर्थिक प्रतिबंधों को और सख्त कर रहे हैं।’’