डोरंडा के गर्ल्स हाई स्कूल में घुसपैठ और अराजकता का माहौल, पुलिस-प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग
बाहरी लोगों की इस घुसपैठ के कारण छात्राओं को असहज माहौल में पढ़ाई करनी पड़ रही है। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि कई बार अराजक तत्व स्कूल के भीतर आकर अनुशासनहीनता फैलाते हैं

Ranchi S.S Doranda School: राजधानी रांची का S.S. डोरंडा +2 गर्ल्स हाई स्कूल (S.S. Doranda +2 Girls High School) छात्राओं की सुरक्षा को लेकर बड़ी समस्या से जूझ रहा है।
स्कूल प्रबंधन और छात्राओं के अभिभावकों के अनुसार, विद्यालय परिसर खुला होने के कारण असामाजिक तत्वों (Antisocial Elements) की बेरोकटोक आवाजाही हो रही है।
बाहरी लोगों की इस घुसपैठ के कारण छात्राओं को असहज माहौल में पढ़ाई करनी पड़ रही है। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि कई बार अराजक तत्व स्कूल के भीतर आकर अनुशासनहीनता फैलाते हैं।
स्कूल के ग्राउंड में लगे CCTV कैमरे को भी नुकसान पहुंचाया गया है। स्कूल में लगे गमले, नल भी ये लोग तोड़ देते हैं। शिक्षकों का कहना है कि वो ऐसे में अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है।
बिना सुरक्षा के स्कूल में मंडरा रहा खतरा
स्कूल प्रशासन द्वारा भेजे गए पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि विद्यालय परिसर में चारों ओर से कोई घेराबंदी नहीं है, जिससे कोई भी कभी भी अंदर आ सकता है।
इससे छात्राओं की सुरक्षा पर गंभीर संकट खड़ा हो गया है। कई बार अनजान लोग परिसर में घूमते पाए गए हैं, जिससे छात्राओं और शिक्षकों को असुविधा हो रही है।
विधायक ने उठाई आवाज, पुलिस-प्रशासन पर दबाव
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए 64-हटिया विधानसभा के विधायक नवीन जयसवाल (Naveen Jaiswal) ने रांची के उपायुक्त को पत्र लिखकर विद्यालय में चहारदीवारी निर्माण और गेट लगाने की मांग की है।
उन्होंने अपने पत्र में स्पष्ट किया कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो छात्राओं की सुरक्षा को लेकर बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
थाना प्रभारी का बयान, “मामले से अवगत हैं, जल्द कार्रवाई होगी“
S.S. Doranda +2 Girls High School की सुरक्षा को लेकर जब संबंधित थाना प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने कहा-
“विद्यालय प्रशासन की शिकायत हमें मिली है। मामले से उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। हम जल्द से जल्द समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने की प्रक्रिया में हैं।”
अब तक कोई ठोस कदम नहीं, जल्द कार्रवाई की मांग
विद्यालय प्रशासन, छात्राएं और अभिभावक लगातार इस समस्या को उठाते आ रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं किया गया है।
असामाजिक तत्वों की घुसपैठ के कारण छात्राओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। विधायक द्वारा भी प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है। अगर जल्द ही इस समस्या का हल नहीं निकला, तो छात्राओं की सुरक्षा पर बड़ा खतरा मंडरा सकता है।