भोपाल: मध्य प्रदेश के सागर जिले के खुरई विधानसभा क्षेत्र में हुए विवाद के बाद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज किए गए मामले को द्वेषपूर्ण करार देते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है और प्रकरण की एसटीएफ से जांच कराने की मांग की है।
मुख्यमंत्री चौहान को लिखे पत्र में दिग्विजय सिंह ने कहा है कि खुरई में 27 जनवरी को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मारपीट की और उत्पात मचाया, फिर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के इशारे पर पूर्व विधायक अरूणोदय चौबे और समर्थकों पर धारा 307 सहित अन्य गैर जमानती धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो रिकाडिर्ंग को अपने पत्र के साथ मुख्यमंत्री चौहान को भेजा है और आरोप लगाया है कि राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने और झूठा मुकदमा दर्ज कराने की यह नई शैली भाजपा सरकार ने अपना ली है।
हर जिले में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरूद्ध पुलिस को ढाल बनाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। सागर जिले की खुरई विधानसभा क्षेत्र से विधायक नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह हैं। जो सैकड़ों लोगों के साथ जुलूस निकालकर थाने गये थे और पुलिस पर दबाव डालकर गैर जमानती मामले दर्ज कराये थे।
ज्ञात हो कि खुरई के एक पार्क में बनाए गए सेल्फी प्वाइंट को कुछ शरारती तत्वों ने तोड़ा था, जिस पर दो मामले दर्ज किए गए और इसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाया गया था। उसके बाद ही कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में विवाद हुआ था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में आगे कहा है कि, कांग्रेस नेताओं को प्रताड़ित करने के लिये रचे गये खुरई कांड की एस.टी.एफ. गठित कर जांच करायें, ताकि पुलिस को आगे कर घृणित साजिश रचने वाले नेताओं का पदार्फाश हो सके।