रांची: 74वें गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day Celebration) के दिन विद्यादायिनी मां सरस्वती (Mother Saraswati) की भी अराधना होगी। सरस्वती पूजा (Saraswati Puja) को लेकर अब चार दिन ही बचे हैं।
26 जनवरी के दिन देश सहित राज्यभर में सरस्वती पूजा मनायी जायेगी। इसको लेकर तैयारियां जोरों पर है। रांची के सभी शैक्षणिक संस्थान रांची कॉलेज, रांची महिला कॉलेज (Ranchi Women’s College), सभी पॉलिटेक्निक, टेक्निकल यूनिवर्सिटी (Technical University) और अन्य जगहों तथा गली-मुहल्लों में भी सरस्वती पूजा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कोरोना के बाद इस वर्ष सरस्वती पूजा को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है।
मूर्तिकार मां सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में व्यस्त
शहर में हिनू, डोरंडा (Doranda), सेक्टर-2, थड़पखना और अन्य जगहों पर मूर्तिकार मां सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। शहर के विभिन्न गली-मुहल्लों में पूजा पंडाल आकार लेने लगे हैं।
मूर्तिकारों के मुताबिक, इस साल बाजार अच्छा है, कोलकाता (Kolkata) के काली घाट से लायी गयी मिट्टी से मूर्तियां बनायी गयी हैं।
मूर्तियों की मांग बढ़ी
इस साल 25 दिसंबर के बाद से ही मूर्तियों की अग्रिम बुकिंग हुई है। तीन से 14 फीट तक की प्रतिमाओं अधिक मांग है।
रांची यूनिवर्सिटी (Ranchi University) के यूजी और PG हॉस्टल में होने वाली पूजा को लेकर 14 फीट से अधिक ऊंचाई वाली मूर्तियों की बुकिंग करायी गयी है।
वहीं गली-मुहल्लों के लिए 10 से 12 फीट की मूर्तियों को बुक कराया गया है। इस बार रांची और आसपास के इलाकों से भी मूर्तियों की मांग बढ़ी है।