रांची: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डाक्टर मोहन भागवत 10 सितम्बर को झारखंड के तीन दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान संघ प्रमुख संगठनात्मक विषयों पर चर्चा करेंगे।
बताया गया है कि संघ प्रमुख संघ के पदाधिकारियों के साथ झारखंड में शाखाओं की स्थिति, शाखा विस्तार, कोरोना काल में स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सेवा कार्य, कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए संघ और अनुषांगिक संगठनों की ओर से की जा रही तैयारी सहित अन्य विषयों पर चर्चा करेंगे।
कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में संघ के स्वयंसेवकों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर सराहनीय काम किया था।
घर पर भोजन पहुंचाने से लेकर मृतकों का दाहसंस्कार, दवा, अस्पतालों में बेड उपलब्ध कराने का काम किया। तीसरी लहर को देखते हुए झारखंड के सभी प्रखंड मुख्यालयों पर आइसोलेशन सेंटर बनाने की तैयारी है।
संक्रमण के कारण जो शाखाएं बंद थी। उनमें अधिकतर शुरू हो गई है।
बैठक के दौरान संघ प्रमुख इन सभी बातों पर चर्चा करेंगे। बंद शाखाओं को फिर से संचालित किया जाएगा ।
इस बार संघ प्रमुख तीन दिनों तक धनबाद में रहेंगे। बताया गया है कि 10 सितंबर से 12 सितंबर तक होने वाली बैठक में संघ के विभाग और प्रांत स्तर के पदाधिकारी शामिल हो सकते हैं।
प्रांत कार्यवाह संजय कुमार, प्रांत प्रचारक दिलीप प्रसाद, सह प्रांत कार्यवाह राकेश लाल सहित कई वरीय अधिकारी बैठक की व्यवस्था में लगे हैं। जिनको बैठक में शामिल होना है उन्हें फोन पर सूचना दी जा रही है।
तीनों दिन की बैठक में अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख अरुण जैन, क्षेत्र संघचालक देवव्रत पाहन, झारखंड -बिहार के क्षेत्र प्रचारक रामनवमी प्रसाद, सह क्षेत्र प्रचारक रामकुमार सहित क्षेत्र के कई अधिकारी उपस्थित रह सकते हैं।
बताया गया कि प्रति वर्ष संगठन विस्तार और स्वयंसेवकों से आपसी संवाद को लेकर सरसंघचालक और सरकार्यवाह का प्रवास पूरे देश में होता है। ज्यादातर स्थानों पर एक वर्ष सरसंघचालक तो दूसरे वर्ष सरकार्यवाह शामिल होते हैं।
संक्रमण से पहले यह बैठक क्षेत्र स्तर पर होती थी, जिसमें तीन से चार प्रांत के अधिकारी शामिल होते थे। इस बार कोरोना को देखते हुए संख्या कम करने के लिए प्रांत स्तर पर बैठक की जा रही है।