रांची: विधायक सरयू राय (Saryu Rai) स्वास्थ्य विभाग (Health Department) से संबंधित हर मुद्दे को गंभीर तरीके से ले रहे हैं। उठा भी रहे हैं।
उनके निशाने पर पहले भी स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) रहे हैं और आज भी बने हुए हैं।
सरयू राय ने स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग (Transfer Posting) के मामले को उठाते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को पत्र लिखा है।
ट्रांसफर पोस्टिंग के नियमों का दिया हवाला और भ्रांति की ओर खींचा ध्यान
स्पष्ट किया है कि कार्यपालिका नियमावली के मुताबिक पहले पदाधिकारियों का ट्रांसफर-पोस्टिंग साल में 2 बार दिसंबर और जून महीने में होता था।
बाद में इसमें संशोधन कर जून और जुलाई के दो महीनों में सरकारी कर्मियों, पदाधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग (Transfer Posting) का प्रावधान किया गया है।
एक भ्रांति है कि जून-जुलाई में किसी भी सरकारी अधिकारी का ट्रांसफर करने की शक्ति संबंधित विभाग के मंत्री में निहित हो जाती है।
इन 2 महीनों में किए गए ट्रांसफर-पोस्टिंग (Transfer Posting) की फाइल मुख्यमंत्री के पास नहीं भेजनी पड़ती है, लेकिन वास्तविकता इससे अलग है।
बन्ना कर रहे नियमों का उल्लंघन
सरयू राय ने पत्र में बताया है कि कैसे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता विभागीय पदाधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग (Transfer Posting) में नियमावली का उल्लंघन कर रहे हैं।
फिर से ट्रांसफर- पोस्टिंग (Transfer Posting) का मौसम आ गया है और पदाधिकारी डरे हुए हैं कि पता नहीं अब उन्हें कहां से कहां भेज दिया जाएगा।
इस विषय को उन्होंने विधानसभा में भी उठाया था।
स्पीकर ने नियमन दिया था कि ट्रांसफर-पोस्टिंग से संबंधित फाइल मुख्यमंत्री के पास प्रस्तुत की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष के नियमन की अवहेलना कर विधानसभा के विशेषाधिकार का भी हनन किया है।
इस संदर्भ में उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।