रांची: विधायक सरयू राय ने मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि पंचम झारखण्ड विधानसभा के पंचम (बजट) सत्र में उनके द्वारा पूछे गये अल्पूसचित प्रश्न संख्या-85 के उत्तर में सरकार ने स्वीकार किया है कि राज्य स्थापना दिवस-2016 के अवसर पर स्कूली बच्चों के बीच प्रभात फेरी के अवसर पर बांटने के लिये पांच करोड़ रूपये की टी-शर्ट और 35 लाख रूपये की टाॅफी की खरीद में अनियमितता हुई है।
साथ ही टाॅफी की आपूर्ति करनेवाले जमशेदपुर के ‘‘लल्ला इंटरप्राईजेज’’ पर वाणिज्य-कर विभाग ने 17 लाख रूपये से अधिक का जुर्माना इस कारण से लगाया है कि उक्त अवधि में ‘‘लल्ला इंटरप्राईजेज’’ के हिसाब-किताब में न तो टाॅफी की खरीद का जिक्र है और न टाॅफी के बिक्री का जिक्र है।
इसी तरह इस अवसर पर पंजाब के लुधियाना से ‘‘मेसर्स कुड़ू फैब्रिक्स’’ द्वारा आपूर्ति किये गये पांच लाख टी-शर्ट किन वाहनों से लाये गये, इसकी जानकारी भी सरकार को नहीं है।
इसका भी पता झारखण्ड सरकार को नहीं है कि पंजाब सरकार ने लुधियाना से रांची लाने के लिये टी-शर्ट लदे किसी ट्रक को रोड परमिट दिया है या नहीं।
सरकार ने यह भी स्वीकार किया है कि झारखण्ड की सीमा में इस ट्रक केे प्रवेश करने एवं रांची तक आने के लिये झारखण्ड सरकार ने ‘‘कुडू फैब्रिक्स’’ को कोई रोड परमिट जारी नहीं किया है। यानी कुल मिलाकर टाॅफी एवं टी-शर्ट की आपूर्ति में फर्जीवाड़ा हुआ है।
यदि टी-शर्ट की खेप रेलवे से आई है तो उसकी बिल्टी एवं पंजाब सरकार अथवा झारखण्ड सरकार का रोड परमिट इसके साथ होना चाहिए, लेकिन झारखण्ड सरकार के पास ऐसा कोई कागजात नहीं है।
राज्य स्थापना वर्ष-2016 के अवसर पर केवल टाॅफी और टी-शर्ट की खरीद एवं आपूर्ति में ही भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। अन्य मदों में भी घपला ही घपला हुआ है।
सुनिधि चैहान नामक गायिका के सांस्कृतिक कार्यक्रम पर करीब 55 लाख रूपये से अधिक का व्यय सरकार द्वारा दिखाया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य स्थापना दिवस 15 नवम्बर 2016 के अतिरिक्त सुनिधि चैहान का कार्यक्रम छह नवंबर, 2016 को छठ पूजा के अवसर पर जमशेदपुर में भी हुआ था।
जांच का विषय है कि क्या इस निजी कार्यक्रम का खर्च भी सुनिधि चौहान के राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर हुये सरकारी कार्यक्रम के खर्च में ही तो नहीं जोड़ दिया गया।
ज्ञात हो कि झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ही जमशेदपुर सूर्य मंदिर परिसर में आयोजित छठ पूजा कार्यक्रम के आयोजक थे।
इन्होंने सुनिधि चौहान के जमशेदपुर के कार्यक्रम पर कितना खर्च किया है, यह सार्वजनिक होना चाहिए।