Saurabh Murder Case: सौरभ हत्याकांड (Saurabh Murder Case) में एक नया खुलासा हुआ है। हत्या के आरोपी मुस्कान और साहिल नशे के आदी हैं और जेल जाने के बाद से ही नशे की तड़प से उनकी तबीयत बिगड़ गई है।
जेल सूत्रों के मुताबिक, दोनों ने जेल में नशे की मांग की है और स्थिति गंभीर होने पर उन्हें जेल में ही स्थित नशामुक्ति केंद्र (Drug de-Addiction Center) की निगरानी में रखा गया है।
तबीयत बिगड़ने पर हो सकता है मेडिकल ट्रीटमेंट
सूत्रों के अनुसार, अगर मुस्कान और साहिल की हालत और बिगड़ती है, तो उन्हें डॉक्टरों की विशेष निगरानी में रखा जाएगा। डॉक्टरों का कहना है कि नॉर्मल होने में उन्हें एक हफ्ते से ज्यादा का समय लग सकता है। फिलहाल, जेल प्रशासन और डॉक्टरों की टीम लगातार उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रही है।
हत्या में हो सकती है नशे की भूमिका
सौरभ हत्याकांड की निर्ममता को देखते हुए यह आशंका जताई जा रही है कि वारदात में नशे की भूमिका हो सकती है। मुस्कान के परिजनों ने पहले ही दावा किया था कि मुस्कान और साहिल दोनों नशा करते हैं। अब जेल में दाखिल होने के बाद, दोनों की नशे के लिए छटपटाहट इस दावे को और मजबूत कर रही है।
जेल में तड़प रहे आरोपी, मुस्कान ने छोड़ा खाना
सूत्रों का कहना है कि मुस्कान और साहिल नशे के इंजेक्शन लेते थे, और अब जेल में नशे की कमी से दोनों बेचैन हो रहे हैं। मुस्कान पूरी रात परेशान रही, करवटें बदलती रही और खाने से इनकार कर दिया। जेल अधिकारियों के समझाने के बाद किसी तरह उसे खाना खिलाया गया।
वहीं, साहिल ने खुलेआम नशे की मांग की है। जेल सूत्रों के अनुसार, वह नसों में इंजेक्शन लेने का आदी है। दोनों की हालत बिगड़ने के बाद जेल प्रशासन ने उन्हें अलग-अलग बैरकों में रखा है। मुस्कान को महिला बैरक में, जबकि साहिल को पुरुष बैरक में रखा गया है।
डॉक्टरों की टीम रख रही नजर
जेल प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कैदियों को जरूरी मेडिकल सुविधाएं दी जा रही हैं। यदि मुस्कान और साहिल (Muskaan and Sahil) की तबीयत और बिगड़ती है, तो उन्हें मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा।