वाशिंगटन: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा अपनी सरकार को अपदस्थ करने में विदेशी साजिश का आरोप लगाने और संदेह की सूइयां अमेरिका की ओर घूमने के बाद अब अमेरिका ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई पर अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश का आरोप लगाया है।
अमेरिका ने ऐसे दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है, जिन्हें आईएसआई से जुड़ा बताया जा रहा है।
बीते दिनों पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने इशारो-इशारों में अमेरिका पर अपनी सरकार को अपदस्थ करने की साजिश का आरोप लगाया था।
अमेरिका ने ऐसी किसी साजिश से साफ इनकार किया था, किन्तु अब आईएसआई पर अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में सेंध लगाने के अमेरिकी आरोप के बाद स्पष्ट हो गया है कि दोनों देशों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को लेकर एक बड़ा रहस्योद्घाटन करते हुए अमेरिका ने अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सीक्रेट सर्विस में घुसपैठ की कोशिश करने वाले कथित आईएसआई सेल का भंडाफोड़ किया है।
अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने इस मामले में दो लोगों एरियन ताहेरजादेह और हैदर अली को वाशिंगटन से गिरफ्तार किया है।
इन्हें अदालत में पेश करते हुए सहायक अमेरिकी अटॉर्नी जोशुआ रोथस्टीन ने कहा कि हैदर अली ने आईएसआई से संबद्धता स्वीकार की है। अली के पास पाकिस्तान और ईरान के कई वीजा मिले हैं।
ताहेरजादेह और अली पर आरोप है कि उन्होंने संघीय कानून प्रवर्तन और रक्षा समुदाय के सदस्यों के साथ संबंध बनाने के लिए अमेरिकी गृह मंत्रालय के साथ अपनी झूठी कहानी बताई।
उनके झांसे में आकर उनसे लाभ लेने वाले सीक्रेट सर्विस के चार सदस्यों को जांच लंबित रहने तक छुट्टी पर भेज दिया गया है।