नई दिल्ली: दिल्ली में किसानों के उपद्रव के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने खुद को इससे अलग कर लिया है और कहा है कि 6 महीने के लम्बे संघर्ष के चलते इस तरह की परिस्थितियां पैदा हुई हैं।
साथ ही मोर्चा ने किसानों से राष्ट्रीय प्रतीकों और गरिमा को नुकसान पहुंचाने और हिंसा से जुड़ी किसी भी गतिविधि से दूर रहने की अपील की है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने बयान में कहा है कि वह किसानों का आज की किसान गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए धन्यवाद देते हैं।
साथ ही आज कुछ ‘अनैच्छिक और अस्वीकार्य’ घटनायें हुई हैं, हम इस तरह के कृत्यों में शामिल लोगों से खुद को अलग करते हैं।
बयान में आगे कहा गया है कि सभी प्रयासों के बावजूद कुछ संगठनों और लोग तय रास्ते पर नहीं चले और निंदनीय कृत्यों में शामिल हुए।
हम हमेशा से कहते आए हैं कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और इसका उल्लंघन आंदोलन को प्रभावित करेगा।
मोर्चा ने कहा कि पिछले 6 महीनों के संघर्ष और दिल्ली की सीमा पर 60 दिनों के आंदोलन से इस तरह की परिस्थितियां पैदा हुई हैं।
मोर्चा अनुशासन की अवेहलना करने वाले सभी लोगों से खुद को अलग करता है।
सभी से अनुरोध किया जाता है कि वह तय रास्ते और नियमों के अनुरूप चलें।