नई दिल्ली: देश का सेवाओं का निर्यात अगले वित्त वर्ष 2022-23 में 325 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है। सेवा निर्यात संवर्द्धन परिषद (एसईपीसी) के चेयरमैन सुनील एच तलाती ने यह बात कही है।
उन्होंने कहा कि सभी प्रकार की सेवाओं की मांग बढ़ने तथा धीरे-धीरे नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने से सेवा निर्यात में तेजी आएगी।
उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक सेवाओं का निर्यात 250 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा।
चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह अप्रैल-जनवरी के दौरान सेवाओं का निर्यात अनुमानित 209.83 अरब डॉलर रहा है, जो एक साल पहले की समान अवधि के 167.45 अरब डॉलर से 25.31 प्रतिशत अधिक है।
तलाती ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के जल्द समाप्त होने की उम्मीद के बीच वैश्विक बाजारों में सभी प्रकार की सेवाओं की मांग बढ़ रही है।
ऐसे में हमने अगले वित्त वर्ष में 325 अरब डॉलर के निर्यात का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है।’’
उन्होंने कहा कि नई विदेश व्यापार नीति में क्षेत्र के लिए समर्थन उपायों से सेवाओं का निर्यात और बढ़ाने में मदद मिलेगी।
इससे पहले परिषद ने निर्यात को प्रोत्साहन को क्षेत्र के लिए सेवाओं के निर्यात पर शुल्क वापसी योजना (ड्रेस) के स्थान पर एक वैकल्पिक योजना प्रस्ताव किया था।