पाकुड़: स्थानीय रुद्रनगर में आयोजित सात दिवसीय श्री श्री 1008 महारुद्र यज्ञ पारंपरिक रूप ग्यारहवें वर्ष भी गुरुवार को पूर्णाहुति के साथ संपन्न हो गया।
इस दौरान अखंड हरिनाम संकीर्तन, प्रवचन लगातार जारी रहा।इसके मद्देनजर पूजा अर्चना व परिक्रमा को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार उमड़ती रही।
यज्ञ के अंतिम दिन वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ देवी-देवताओं की पूजा की गई।फिर पूर्णाहूति कर महाआरती की गयी।
मौके पर आचार्य पंडित संतोष तिवारी ने बताया कि वैदिक रीति रिवाज से एक लाख आठ हजार देवी देवताओं का आह्वान कर पूजा अर्चना की गई और दो लाख 19 हजार आहुतियाँ दी गईं।
साथ ही कहा कि इस यज्ञ का आयोजन विश्व शांति के लिए लिए किया गया था।
मौके पर पंडित विजय बहादुर पांडेय, शिवनाथ दूबे,टिंकू पांडेय, पंकज पांडेय आदि कुल इक्कीस पुरोहितों ने भागीदारी की।