बरेली (उत्तर प्रदेश): अपने परिवार के सात सदस्यों की हत्या के लिए मौत की सजा का इंतजार कर रही शबनम को रामपुर जेल से बरेली जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।
हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ साथी कैदियों के साथ उसकी तस्वीरें सामने आने के बाद ऐसा किया गया है।
रामपुर जेल के दो गाडरें को भी निलंबित कर दिया गया है क्योंकि जेल अधिकारियों ने पाया कि उन्होंने अपने फोन से तस्वीरें क्लिक की थीं और बाद में उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
जेल प्रशासन अधिकारियों ने कहा कि ऐसी संभावना है कि इस वर्ष 26 जनवरी को जेल परिसर के अंदर ये तस्वीरें ली गई हों।
एक अधिकारी ने कहा, यह सुरक्षा और जेल मैनुअल नियम का उल्लंघन है।
उसी जेल की एक अन्य कैदी – जो तस्वीरों में भी नजर आई थी- को भी बरेली जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।
मौत की सजा पाने वाली शबनम को 2019 में रामपुर जिला जेल लाया गया था।
उन्हें ट्रांसफर करने का आदेश रामपुर के जिलाधिकारी औंजनेय कुमार ने सोमवार को दिया और दोनों को मंगलवार को बरेली शिफ्ट कर दिया गया।
रामपुर जेल अधीक्षक पी.डी. सलोनिया ने कहा, रामपुर जिला प्रशासन ने दोनों दोषियों को बरेली जिला जेल में स्थानांतरित करने के आदेश जारी किए थे।
एक जांच में पता चला है कि जेल में तैनात एक पुरुष जेल गार्ड और एक महिला गार्ड ने दोषियों की तस्वीरें ली थीं।
मामले में एक रिपोर्ट डिवीजनल जेल मुरादाबाद को भेजी गई थी जिसमें दोनों गाडरें को निलंबित करने का आदेश दिया गया था।
बरेली जेल अधीक्षक पी. सिंह ने पुष्टि करते हुए कहा कि शबनम और एक अन्य दोषी को रामपुर से बरेली जिला जेल में सुरक्षा कारणों से स्थानांतरित कर दिया गया है।
बता दें कि 38 साल की शबनम स्वतंत्र भारत में फांसी के तख्ते पर चढ़ने वाली पहली महिला होगी।
हालांकि आधिकारिक रूप से देथ वारंट जारी नहीं किया गया है लेकिन मथुरा जेल में उसे फांसी देने की तैयारियां चल रही हैं।