लाहौर: पाकिस्तान में शरीफ परिवार की राजनीतिक ताकत में शनिवार को और इजाफा हुआ। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के पुत्र हमजा शहबाज शरीफ पंजाब के मुख्यमंत्री बन गए हैं।
उन्होंने शनिवार को पाकिस्तानी पंजाब के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में कामकाज संभाल लिया है।पाकिस्तान के सबसे समृद्ध व सर्वाधिक जनसंख्या वाले प्रांत पंजाब के मुख्यमंत्री पद को लेकर पिछले कई सप्ताह से गतिरोध चल रहा था।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने नेशनल असेंबली में बहुमत बनाए रखने और अपनी सत्ता बचाने के लिए अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार का इस्तीफा दिला दिया था।
तब तय हुआ था कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-क्यू (पीएमएल-क्यू) के नेता परवेज इलाही पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे। यह समझौता मूर्त रूप ले पाता, इससे पहले ही पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार ही गिर गयी।
इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री के लिए परवेज इलाही के मुकाबले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भतीजे और नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शहबाज शरीफ को पंजाब के मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित कर दिया था।
इसके बाद चुनाव नहीं होने पर लाहौर उच्च न्यायालय में मामला गया और वहां मुख्य न्यायाधीश अमीर भट्टी ने चुनाव कराने का आदेश दिया था। अंतत: 47 वर्षीय हमजा शरीफ पंजाब के मुख्यमंत्री चुन लिए गए और शनिवार को उन्होंने कामकाज भी संभाल लिया।
इस तरह पंजाब में एक महीने से चल रहे राजनीतिक संकट का समापन हो गया है।मुख्यमंत्री का कामकाज संभालने के बाद हमजा ने कहा कि वे प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मार्गदर्शन लेकर काम करेंगे और गठबंधन सहयोगियों को भी विश्वास में लेंगे।