न्यूज़ अरोमा कोडरमा: प्रदेश में समय पर पंचायत चुनाव न कराना सरकार की विफलता है और ऐसा कर झामुमो गठबंधन सरकार गांव की आवाज को दबा रही है।
मंगलवार को आजसू पार्टी द्वारा मनाए जा रहे विश्वासघात दिवस पर समाहरणालय के समक्ष आयोजित धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिप अध्यक्ष और आजसू पार्टी की नेता शालिनी गुप्ता ने उक्त बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने लोकतंत्र शब्द से लोक को हटाकर तंत्र को मजबूत करने का निर्णय लिया है।
पंचायत चुनाव नहीं कराने से गांवों में विकास की रफ्तार थम जाएगी।
शालिनी गुप्ता ने कहा कि राज्य की गठबंधन सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात किया है।
चुनाव के पहले जितने भी वादे किए गए थे एक भी वादे को अब तक पूरा नहीं किया गया है।
चाहे युवाओं को रोजगार देने का मामला हो, बेरोजगारी भत्ता, पारा शिक्षकों की समस्या या फिर किसानों की समस्या।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। अपराध और दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं।
एक साल के कार्यकाल में सबसे अधिक शोषित आदिवासी ही हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि झामुमो महागठबंधन की सरकार ने किसानों को ठगने का काम किया।
किसान कर्जमाफी के नाम पर किसानों को कुछ नहीं मिला। किसान धान की फसल को 1200 रुपये प्रति क्विंटल बेचने के लिए विवश हैं।
यह तब है, जब केंद्र सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2050 रुपये प्रति क्विंटल घोषित कर दिया है।
इस दौरान भाजपा के वरीय नेता महेंद्र वर्मा ने भी लोगों को सम्बोधित किया जबकि झुमरीतिलैया के निवर्तमान वार्ड पार्षद मो शमीम ने भाजपा को छोड़कर आजसू पार्टी का दामन थाम लिया।