मुम्बई: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध और वाहन बिक्री के आंकड़ों में आयी गिरावट से निवेशकों का उत्साह ठंडा रहा, जिससे घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन लाल निशान में बंद हुये।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 769 अंक यानी 1.4 प्रतिशत की गिरावट में सप्ताहांत पर 54,334 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 253 अंक यानी 1.5 प्रतिशत की गिरावट में 16,245 अंक पर बंद हुआ।
दोनों शेयर बाजार पर लगातार तीन दिन से बिकवाली हावी है। कमजोर वैश्विक रुख ने भी निवेश धारणा पर बुरा असर डाला है। वैश्विक स्तर के सभी प्रमुख सूचकांक भी लाल निशान में रहे हैं।
बीएसई के सभी समूहों के सूचकांक पर गिरावट हावी रही और दिग्गज कंपनियों के अलावा छोटी और मंझोली कंपनियों में भी चौतरफा बिकवाली देखी गयी। वाहन और आईटी समूह के सूचकांक सबसे अधिक लुढ़के हैं।
निफ्टी में भी वाहन समूह का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है।
दरअसल फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में वाहन बिक्री 9.21 प्रतिशत कम रही।
निफ्टी में टाइटन, मारुति सुजुकी, एशियन पेंट्स, हीरो मोटोकॉर्प और टाटा मोटर्स के शेयरों के दाम सर्वाधिक लुढ़के। डॉ रेड्डीज, आईटीसी, टेक महिंद्रा, बीपीसीएल और अल्ट्राटेक सीमेंट अच्छा प्रदर्शन करने वाली निफ्टी की शीर्ष पांच कंपनियां रहीं।
जियोजीत फाइनेंशियल के शोध प्रमुख विनोद नायर के मुताबिक रूस द्वारा यूक्रेन के परमाणु संयंत्र पर हमला किये जाने की खबर से शेयर बाजार में कोहराम मचा हुआ है।
आपूर्ति संकट के कारण विदेशी बाजारों में कच्चे तेल की कीमत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गयी है।