नयी दिल्ली: बैंक और वित्त समूहों में हुई बिकवाली के दबाव में घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन गुरुवार को लाल निशान में बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.15 प्रतिशत यानी 89.14 अंक लुढ़ककर 57,595.68 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.13 प्रतिशत यानी 22.90 अंक की गिरावट में 17,222.75 अंक पर बंद हुआ।
बैंकिंग, वित्त और उपभोक्ता उत्पादों में गिरावट रही जबकि धातु, आईटी, दवा और तेल एवं गैस समूहों के सूचकांक में तेजी दर्ज की गयी।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि यूक्रेन युद्ध का असर अर्थव्यवस्था पर दिखने से और महंगाई की चिंता से बाजार में उठापटक हो रही है और कमोडिटी के दाम भी बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने भी महंगाई पर लगाम लगाने के लिये आक्रामक रुख अपनाने का संकेत दिया है, जिससे बाजार में अफरातफरी मची हुई है।
घरेलू बाजार पिछले पांच दिनों एक खास रेंज में ही है। निफ्टी को 17,300-17,400 पर कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है जबकि 17,000 पर उसे अभी समर्थन मिला हुआ है।
उन्होंने कहा कि राहत की बात यह है कि विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध लिवाल बने हुये हैं और धातु, तेल एवं गैस और दवा जैसे बड़े क्षेत्र से बाजार को समर्थन मिला हुआ है।